सिंधिया की खातिर सरकारी अस्पताल में केक काट विवाद में फंसे MP के मंत्री, BJP ने जताई आपत्ति
इंदौर
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का 1 जनवरी को जन्मदिन है, लेकिन इस बार वह अपने नजदीकी विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के कारण जन्मदिन नहीं मना रहे हैं. इसलिए वो 2 जनवरी तक विदेश यात्रा पर चले गए हैं, लेकिन उनके समर्थक उनका जन्मदिन अपने स्तर पर मना रहे हैं. इसमें सबसे आगे हैं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट (Health Minister Tulsi Silawat), जिन्होंने आज यानी 30 दिसम्बर को ही सिंधिया का जन्मदिन मना दिया. मंत्री ने ऐसा सरकारी पीसी सेठी अस्पताल (Government PC Sethi Hospital) में केक काटकर किया और गरीब मरीजों को कंबल बांटकर जश्न मनाया. हालांकि मंत्री के जश्न पर बीजेपी ने तत्काल आपत्ति जताई है, क्योंकि अस्पताल में जाकर केक काटना नियमों के भी विपरीत है.
इंदौर के सरकारी पीसी सेठी अस्तपाल में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के केक काटने पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है. बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि 15 साल के लम्बे इंतजार के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है. इसलिए कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता अतिउत्साह में हैं. उन्होंने नियम कायदों को ताक पर रख दिया है और तो और उनके मंत्री तक प्रतिबंधित जगहों पर भी जश्न मना रहे हैं और अस्पताल जैसी संवेदनशील जगह पर केक काट रहे हैं, जोकि गलत है. यदि उन्हें अपने नेताओं की भक्ति करनी भी है तो गरीब बस्तियों में जाकर जश्न मनाएं, ताकि उनका भला हो सके.
ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा में भेजे जाने की पैरवी अब उनके खासमखास स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने भी कर दी है. उनका कहना है कि योग्यताओं और क्षमताओं को आगे लाना ही चाहिए. कांग्रेस ने सिंधिया को जो भी जिम्मेदारी अभी तक दी है उसे उन्होंने बाखूबी निभाया है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा भेजने का फैसला हाईकमान तय करेगा, लेकिन उम्मीद है नए साल में सिंधिया को नई जिम्मेदारी जरूर मिलेगी. आपको बता दें कि अप्रैल में मध्य प्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रहीं है, जिनमें से दो सीटें कांग्रेस को मिलना तय है. ऐसे में एक सीट ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिल सकती है और वो मध्य प्रदेश से राज्यसभा में भेजे जा सकते हैं.