खाद और कीटनाशक की डीलरशिप के नाम पर 17 लाख की धोखाधड़ी, आरोपी डायरेक्टर पुणे से गिरफ्तार
भोपाल
जैविक खाद एवं कीटनाशक दवाओं की डीलरशिप (pesticide dealership) के नाम पर 16 लाख 71 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के एक आरोपी को भोपाल क्राइम ब्रांच (Bhopal Crime Branch) ने महाराष्ट्र के पुणे (Pune) से गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच ने भोपाल के शाहपुरा निवासी नरेंद्र साहू की शिकायत पर नोवार्क ऑर्गेनिक लिमिटेड कंपनी, पुणे के डायरेक्टर अभय श्रीकृष्ण देशपांडे को पकड़ा है. नरेंद्र साहू ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि कंपनी से उसने खाद और कीटनाशक दवाओं की डीलरशिप के लिए अनुबंध किया था. इस एवज में दो बार में करीब 17 लाख रुपए भी दिए थे, लेकिन कंपनी ने नरेंद्र को प्रोडक्ट मुहैया नहीं कराए.
नरेंद्र साहू ने क्राइम ब्रांच को दी गई शिकायत में कहा था कि 6 अक्टूबर 2017 को नोवार्क ऑर्गेनिक लिमिटेड कंपनी, पुणे के डायरेक्टर अभय श्रीकृष्ण देशपांडे ने अपनी कंपनी के प्रोडक्ट जैविक खाद और कीटनाशक दवाओं की बिक्री के लिए डीलरशिप का अनुबंध किया था. डीलरशिप के लिए कंपनी ने नरेंद्र साहू से सिक्योरिटी-मनी के 10 लाख रुपए कंपनी के खाते में जमा कराए. इसके अलावा 6 लाख 71 हजार रुपए और भी खर्च कराए गए. नरेंद्र साहू का कहना था कि अनुबंध के बाद भी आरोपी अभय श्रीकृष्ण देशपांडे और उसके सहयोगियों ने उन्हें कंपनी के प्रोडक्ट की सप्लाई नहीं की. आरोपी ने नरेंद्र साहू को न तो डीलरशिप दी और न ही उसके रुपए वापस किए.
भोपाल क्राइम ब्रांच ने नरेंद्र साहू की शिकायत के बाद आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुणे में दबिश दी. पुलिस की जांच-पड़ताल के दौरान पुणे निवासी अभय देशपांडे पकड़ लिया गया. उसने पूछताछ में जुर्म कबूल करते हुए बताया कि इस फर्जीवाड़े में तीन लोग शामिल थे. अभय और उसके साथी अशोक रंगनाथ कुलकर्णी व अभिजीत वेणुमाधव तेरकर ने नोवार्क ऑर्गेनिक कंपनी के नाम पर नरेंद्र साहू से पैसे लिए थे. अभय ने पुलिस को बताया कि तीनों ने आपस में पैसे बांटने की योजना बना ली थी, लेकिन इससे पहले पुलिस ने अभय को दबोच लिया. अभय देशपांड के पास से पुलिस ने लगभग डेढ़ लाख रुपए और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं. भोपाल पुलिस अब पुणे कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर अभय को लाने की तैयारी कर रही है. वहीं मामले के दो आरोपी अशोक और अभिजीत फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.