सर्दी में हाथ-पैर ठंडे हो जाऐ तो ऐसे करें बचाव
सर्दी के मौसम में सबसे मुश्किल काम होता है अपनी रजाई और कंबल से बाहर निकलना… वाकई किसी युद्ध की स्थिति की तरह होती है वो सिचुएशन जब हम रजाई से बाहर नहीं आना चाहते और घड़ी की सुईं लगातार हमें इशारा कर रही हो कि उठ जाओ अब नहीं लेट हो जाओगे… यह हम सबसे साथ होनेवाली स्थिति है। लेकिन कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं, जो सभी के साथ ना होकर कुछ चुनिंदा लोगों के साथ होती हैं। इन्हीं में से एक है, सर्दी के मौसम में हथेलियों और तलुओं का बहुत अधिक ठंडा हो जाना और कई घंटे रजाई में रहने के बाद भी गर्माहट महसूस ना करना। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है और अक्सर होता है तो यह स्थिति आपकी सेहत के बारे में बहुत कुछ कह रही होती है, जिसे जानकर सही करना आपके लिए जरूरी है।
ऐसा क्यों होता है? सर्दियों में हथेलियों और पैर के तलुओं का बेहद ठंडा हो जाना बॉडी में ऑक्सीजन की कमी और ब्लड सर्कुलेशन का ठीक से ना होने का इशारा करती है। कई बार बहुत अधिक ठंड महसूस करना भी कई तरह की सेहत संबंधी समस्याओं का संकेत होता है। ऐसी स्थिति ऐनिमिया, क्रोनिक फटीग, नर्व डैमेज,डायबीटीज, हाइपोथाइडोरिज़म और हाइपोथर्मिया का संकेत हो सकती है। अगर आपको हमेशा दूसरों से अधिक ठंड लगती है तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से मिलें। लेकिनक अगर ऐसा हमेशा नहीं होता है और कभी-कभी आपको इस स्थिति का सामना करना पड़ता है तो आप यहां बताए जा रहे टिप्स को अपना सकते हैं…
गर्म तेल से मालिश करें
ठंडी हो चुकी हथेलियों और तलुओं पर गर्म तेल से मसाज करें। तेल लगाने से स्किन में सॉफ्टनेस बढ़ेगी और गर्माहट आएगी। वहीं, मालिश करने से तलुओं और हथेलिओं में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और ऑक्सिजन की मात्रा मेंटेन करने में मदद मिलेगी।
सेंधा नमक से बाथ
बहुत अधिक ठंड महसूस होने पर आप अपने हाथ और पैर गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर कुछ देर के लिए (करीब 15 मिनट) के लिए डुबकर रखें। गर्म पानी आपकी बॉडी में ठंडक को कम कर ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने का काम करेगा। वहीं सेंधा नमक शरीर में मैग्निशियम का लेवल बढ़ाएगा, जिससे आपके शरीर को नैचरल गर्माहट मिलेगी।
आयरन से भरपूर खाना
सर्दी से बचने का सबसे अच्छा तरीका होता है, आयरन से भरपूर भोजन करना। ठंड के मौसम में हाथ, पैर की सुन्न हो जाने की समस्या से बचने के लिए सोयाबीन, खजूर, पालक, सेब, सूखे हुए आड़ू, ऑलिव्स और चुकंदर का सेवन करना चाहिए।
इस समय है डॉक्टर की जरूरत
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि कभी-कभी हाथ पैर में बहुत अधिक ठंड का महसूस होना नॉर्मल है। लेकिन अगर ऐसा अक्सर हो रहा है या ठंड कंट्रोल नहीं हो रही है तब भी डॉक्टर की जरूरत होती है। साथ ही हर समय थकान बने रहना, ठंड में वजन बहुत अधिक बढ़ना या कम होना, बुखार महसूस होना, जोड़ों में दर्द होना, हथेलियों और तलुओं में सूजन आना जैसी स्थितियों में भी डॉक्टर से मिलना चाहिए।