प्रशांत किशोर बोले- जेडीयू को 2020 में बीजेपी की तुलना में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए
पटना
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चर्चित रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक बड़ा बयान दिया है। पीके ने कहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की वरिष्ठ सहयोगी होने के नाते उनकी पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तुलना में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। बता दें कि दोनों दलों ने इस साल (2019) लोकसभा चुनाव में समान संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ा था।
किशोर ने कहा, ‘मेरे अनुसार लोकसभा चुनाव का फॉर्म्युला विधानसभा चुनाव में दोहराया नहीं जा सकता।’ उन्होंने कहा, ‘अगर हम 2010 के विधानसभा चुनाव को देखें, जिसमें जेडीयू और बीजेपी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था तो यह अनुपात 1:1.4 था। अगर इसमें इस बार मामूली बदलाव भी हो, तो भी यह नहीं हो सकता कि दोनों दल समान सीटों पर चुनाव लड़ें।’ किशोर ने कहा, ‘जेडीयू अपेक्षाकृत बड़ी पार्टी है, जिसके करीब 70 विधायक हैं जबकि बीजेपी के पास करीब 50 विधायक हैं। इसके अलावा, विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार को एनडीए का चेहरा बनाकर लड़ा जाना है।’
प्रशांत किशोर हाल में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (एनआरसी) को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को लगातार निशाना बनाते आए हैं। दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून का जनता दल यूनाइटेड ने संसद में समर्थन किया जबकि पार्टी के ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (पीके) ने इसका विरोध किया।
इसके बाद पटना में पीके की नीतीश कुमार से मुलाकात हुई। वार्ता के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि जेडीयू को नागरिकता संशोधन कानून से बहुत दिक्कत नहीं है, बशर्ते यह एनआरसी (नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस) के साथ न हो। विरोध को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एनआरसी को बिहार में लागू नहीं किया जाएगा।