CAA-NRC के खिलाफ अंतिम सांस तक लड़ेंगे: सीएम कमलनाथ
भोपाल। नागरिकता संशोधन कानून और NRC के विरोध में बुधवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं उनके मंत्रिमंडल के नेतृत्व में शांति मार्च निकाला गया। रोशनपुरा चौराहे से राजभवन होते हुए मिंटो हॉल में कमलनाथ सरकार मंत्री विधायक और कांग्रेस के सभी मुक्ति पदाधिकारी लोग शांति मार्च में मौजूद रहे। कमलनाथ के नेतृत्व में शांति मार्च रैली निकाली गई।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सबको मैं धन्यवाद देना चाहता हूं कि आज हमारे साथ आप एकत्र हुये, अपने देश की संविधान की रक्षा करने के लिये एकत्र हुए। हमारे देश कि पहचान संविधान, संस्कृति से है, यह संस्कृति जोडने कि संस्कृति है। सब वर्णों को जोड़ने कि हमारी संस्कृति है। आज जो इस पर आक्रमण हो रहा वह सिर्फ संविधान पर नहीं, हर नागरिक पर हो रहा है। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर ने जब संविधान बनाया था तक एक झंडे के नीचे रखने का मकसद था, लेकिन अब उनके बनाये संविधान पर हमला हो रहा है।
सीएम कमलनाथ ने कहा कि हमला करने वाले संसद में कुछ और सड़क पर कुछ अलग कहते है। किस तरह का यह कानून लाये है जिससे हमारा भविष्य खतरे में है। हमारी पीढी खतरे में है। हम अंतिम सांस तक इसका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा, आने वाली पीढी के लिये ऐसा देश सौंपे कि वह सब एक हो। अपने संबोधन के बाद कमलनाथ रोशनपुरा चौराहे से मिंटो हॉल की तरफ मार्च करते हुए निकले उनके साथ कांग्रेस कार्यकर्ता हजारों की संख्या में मौजूद रहे।
रास्ते पर हुई झुमा झटकी
सीएम कमलनाथ के आगे पीछे चलने वाले कांग्रेसी लोग रास्ते भर मार्च के दौरान झुमाझटकी करते नजर आए। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की जमकर हुई। कमलनाथ के नजदीक कार्यकर्ताओं को पहुंचने की होड़ लगी रही। इस होड़ को रोकने के लिए डीआईजी इरशाद वली सहित कई अन्य पुलिस अफसरों को बीच-बचाव करना पड़ा। डीआईजी कई बार अपना आपा भी खो चुके लोगों को धक्का देकर सीएम कमलनाथ से दूर करना पड़ा।
साथ नजर आया पूरा मंत्रिमंडल और धर्मगुरु
नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी के विरोध में कमलनाथ के मंच पर सीएम कमलनाथ का पूरा मंत्रिमंडल विधायक कार्यकर्ता और अन्य लोगों के साथ सिख, मुस्लिम, हिंदू धर्म के धर्मगुरु मंच पर नजर आए। शहर काजी और सिख धर्म के गुरु मार्च में सीएम कमलनाथ के साथ शरीक हुए। कमलनाथ ने इस दौरान यह संदेश देने की कोशिश की। इन दोनों कानूनों के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ हर वर्ग और धर्मगुरु सहित सभी धर्म एक साथ विरोध में खड़े हैं।
सुबह से ही बाजार रहे बंद
न्यू मार्केट में पुलिस ने सुबह से ही बाजार और दुकानें बंद करवा दी। करीब 12:00 बजे तक यहां ऐसा नजारा था कि बाजार नहीं खुलेगा। भीड़ देखकर पुलिस ने जगह-जगह बैरीकैटिंग कर व्यवस्था चाक-चौबंद कर रखी थी। जगह-जगह भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रस्सी लगाकर पुलिस सीएम कमलनाथ के साथ-साथ चल रही थी ताकि कमलनाथ का सुरक्षा घेरा बनाया रखा जा सके।
दूर की भीड़ देर से पहुंची
युवा विधायक कुणाल चौधरी के क्षेत्र से कई युवा शरीक हुए। लेकिन, लालघाटी पहुंचने के पहले ही मार्च खत्म हो गया। कुनाल चौधरी पहले पहुंच चुके थे विधायक गोवर्धन दांगी के समर्थक और उनके क्षेत्र की भीड़ मार्च खत्म होने के आधे घंटे बाद पहुंची। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों और कांग्रेसियों की बस से मार्च खत्म होने के बाद मौके पर पहुंची। इससे मार्च खत्म होने के करीब 1 घंटे तक न्यू मार्केट से मिंटो हॉल तक भीड़ लगी रही।