अमित शाह ने कहा था नुकसान उठाने को तैयार और हो गया नुकसान
रांची
झारखंड में JMM-CONG-RJD गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. सीएम का ताज हेमंत सोरेन के सिर सजेगा. सोमवार को राज्य की 81 विधानसभा सीटों के नतीजे घोषित किए गए. इसमें JMM ने 30, कांग्रेस ने 16, RJD ने एक और बीजेपी ने 25 सीटों पर कब्जा जमाया. इस तरह प्रचंड बहुमत के साथ महागठबंधन ने रघुवर सरकार की छुट्टी कर दी. रघुवर दास अपनी सीट भी नहीं बचा पाए. उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय ने 15 हजार से अधिक वोटों से हराया. वहीं, झारखंड चुनाव के नतीजे से गृहमंत्री अमित शाह का वो मिथक भी टूट गया, जिसके लिए वो पहले से तैयार थे.
'मेरिट के आधार पर नेता तय किए जाएं'
अमित शाह ने कहा था 'उनकी पार्टी की सोच ये है कि जाति नहीं, मेरिट के आधार पर नेता तय किए जाएं, भले ही इसमें तात्कालिक रूप से पार्टी को नुकसान होता हो.' झारखंड में नॉन ट्राइबल, हरियाणा में खट्टर, महाराष्ट्र में फडणवीस को नेता बनाया गया तो क्या आप राज्यों की नॉन-डामिनेंट कास्ट के लोगों को सीएम बनाकर नया तरीका अपना रहे हैं, इस सवाल पर अमित शाह ने कहा था, 'आखिर किसी नेता को तो लोकतंत्र में जातिवाद, ब्लॉक के आधार पर नहीं बल्कि प्रदर्शन के आधार पर चयन करने की शुरुआत करनी थी तो ये मोदी जी ने किया. हो सकता है कि इसका अस्थायी नुकसान हमें भुगतना पड़े.'
देश बनाना चाहते हैं, राजनीति नहीं करना चाहते
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था, 'हमने मेरिट के आधार पर फैसले किए हैं. यह देश की डेमाक्रेसी को सुधारने, उसे दिशा देने का हमारा प्रयास है. जातिवाद, परिवारवाद, तुष्टिकरण तीनों को देश की राजनीति से निकलाकर बाहर करना चाहिए क्योंकि ये तीनों मेरिट को खा जाते हैं. समान संभावना, समान मौका सबको नहीं देते.' उन्होंने कहा कि हम सरकार चलाने के लिए नहीं बल्कि देश की समस्याओं का समाधान करने आए हैं. हम राजनीति नहीं करना चाहते, देश को अच्छा बनाना चाहते हैं.'
झारखंड में ये दिग्गज हारे
इधर, झारखंड में कार्यकारी मुख्यमंत्री रघुवर दास जहां अपने निर्वाचन क्षेत्र जमशेदपुर (पूर्वी) से अपने ही मंत्रिमंडल के सदस्य रहे सरयू राय से हारे, वहीं इस चुनाव में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा और विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव को भी हार का सामना करना पड़ा. राज्य में भाजपा का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा को भी हार का मुंह देखना पड़ा.