आठ साल के बच्चे को झोलाछाप डॉक्टर ने दिया एड्स
मुरादाबाद
एड्स की बीमारी कितनी खतरनाक है-इस उम्र में इससे दूर दूर तक अंजान आठ साल का मासूम एक झोलाछाप की करतूत की वजह से इस बीमारी की चपेट में आ गया। बच्चे को एचआईवी का इंफेक्शन झोलाछाप के सुई लगाने से होने की आशंका जताई गई है।
शनिवार को जिला अस्पताल स्थित एंटी रेटरोवायरल ट्रीटमेंट (एआरटी) सेंटर पर यह बच्चा अपने पापा और मामा के साथ पहुंचा तो मासूम की उम्र और बीमारी के बारे में सोचकर एआरटी सेंटर के स्टाफ का भी कलेजा दहल उठा।
आठ साल के मासूम को खांसी ठीक नहीं होने पर बिलारी इलाके के एक निजी डॉक्टर ने एचआईवी जांच कराने को कहा। परिजनों ने उसकी जांच कराई तो उसमें एचआईवी पॉजिटिव आया। बिलारी के स्योंडारा गांव में मजदूरी करके घर का गुजारा करने वाला शख्स सभी जांच रिपोर्ट के साथ अपने बेटे को लेकर एआरटी सेंटर पहुंचा।
काउंसलर रत्नेश शर्मा ने बताया कि उसके माता पिता को एड्स नहीं है।इस बच्चे को एड्स की दवा शुरू कर दी गई है। इस मासूम को पूरी जिंदगी एड्स की दवा खानी होगी। उसके परिजनों की काउंसलिंग की गई जिसमें बच्चे को समय से दवा देने के साथ ही उसका खानपान अच्छा रखने के लिए कहा गया।