MP के श्योपुर में बिजली बिल वसूलने गई टीम पर ग्रामीणों का हमला, जान बचाकर भागे कर्मचारी
श्योपुर
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर (Sheopur) जिले में बकाया बिजली बिल वसूलने (outstanding bills) और बकाएदारों पर कार्रवाई करने पहुंची टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. ग्रामीणों के ऊपर 2 लाख रुपए से ज्यादा का बिल बकाया है. कंपनी की टीम ने बिल न चुकाने को लेकर जैसे ही ग्रामीणों के घरों के कनेक्शन (electricity connection) काटने और ट्रांसफॉर्मर उठाने की कार्रवाई शुरू की, लोगों ने हमला कर दिया. टीम के सदस्यों का आरोप है कि श्योपुर के स्माइल के टपरा गांव के सरपंच के बेटे ने जूनियर इंजीनियर को ट्रैक्टर से कुचलने का प्रयास किया. टीम ने जब इसका विरोध किया, तो ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया. हमले में बिजली कंपनी की टीम के दो कर्मचारी घायल हो गए. बताया गया कि टीम ने थाने में मामले को लेकर एफआईआर कराने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की.
मामला बड़ौदा थाना क्षेत्र के बागलदा ग्राम पंचायत के स्माइल के टपरा गांव का है. इस पंचायत के सरपंच से लेकर अन्य ग्रामीणों पर करीब 2 लाख 24 हजार रुपए का बिजली बिल बकाया था. बुधवार की शाम जेई लोकेंद्र जाट के नेतृत्व में एक टीम बकाया बिल वसूलने के लिए गांव में पहुंची. टीम के सदस्यों ने जैसे ही बिजली कनेक्शन काटने और ट्रांसफार्मर उठाने की कार्रवाई शुरू की तो सरपंच का बेटा ग्रामीणों को लेकर मौके पर पहुंच गया. बकाया बिल को लेकर दोनों पक्षों में विवाद के दौरान आरोप है कि सरपंच के बेटे ने जेई के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया. जब जेई और टीम के सदस्यों ने उसे रोका तो वहां मौजूद अन्य ग्रामीणों ने टीम पर पथराव शुरू कर दिया. यह देख टीम किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग निकली.
स्माइल के टपरा गांव में ग्रामीणों के हमले के बीच जान बचाकर भागे जेई और सभी कर्मी घटना के बाद बड़ौदा थाने में पहुंचे और वहां पुलिस से मामले की शिकायत की. जेई लोकेंद्र जाट का कहना है कि टीआई ने एफआईआर दर्ज नहीं की, जिसके बाद उन लोगों को शिकायत करने के लिए एसपी कार्यालय जाना पड़ा. पीड़ित अधिकारी और कर्मचारियों ने एसपी नागेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंप न्याय की गुहार लगाई है. जेई लोकेंद्र जाट का आरोप है कि गांव में विवाद के दौरान उन पर जानलेवा हमला. ट्रैक्टर से कुचलकर मारने की कोशिश की गई, फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने बताया कि घटना के सबूत के तौर पर उनके बास वीडियो फुटेज है. इधर, एसपी ने मामले को लेकर बताया कि कंप्यूटर में खराबी की वजह एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई. पुलिस मामले की जांच कर रही है, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.