मंत्री हर्ष यादव की अध्यक्षता में परामर्शदात्री समिति की बैठक सम्पन्न
भोपाल
कुटीर और ग्रामोद्योग मंत्री हर्ष यादव ने मंत्रालय में आयोजित विभागीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में कहा कि पारम्परिक लघु व्यवसायों और उनसे जुड़े हुनरमंद शिल्पियों के प्रोत्साहन दिया जाएगा। इन व्यवसायों और शिल्पियों की आर्थिक दशा में सुधार लाने के लिये सभी संभव प्रयास किये जाएंगे।
बैठक में विधायक ओ.पी.एस. भदौरिया, वालसिंह मैडा, मोहन यादव और वीरेन्द्र रघुवंशी ने उज्जैन में पीतल, शिल्प और पूजा सामग्री निर्माण, वस्त्र छपाई, ईमली व्यवसाय, शिवपुरी में रेशम उत्पादन, कोलारस अंचल में वस्त्र निर्माण, मेहगाँव में कोरी और प्रजापति समाज द्वारा रजाई खोल और कुल्हड़ बनाने के पारम्परिक कार्य के संरक्षण एवं विकास के सुझाव दिये। बैठक में चन्देरी साड़ी की तरह भिण्ड जिले में धोती बनाने के पारम्परिक व्यवसाय के उन्नयन पर भी चर्चा हुई।
बैठक में बताया गया कि वर्ष 2019 में रेशम संचालनालय ने करीब 4 करोड़ रुपये के उत्पाद के विक्रय में सफलता प्राप्त की है। पूर्व वर्षो के स्टाक को बेचने के लिये होशंगाबाद जिले के मालीखेड़ा में केन्द्रीय भण्डार प्रारंभ कर पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश आदि राज्यों के व्यापारियों को सुविधा उपलब्ध कराई गई है। हस्तशिल्प विकास निगम विभिन्न मेलों और प्रदर्शनियों के माध्यम से बुनकरों के तैयार किये गये उत्पाद के लिये बाजार उपलब्ध करवा रहा है। बताया गया कि जनवरी माह में उज्जैन में क्राफ्ट बाजार लगाना प्रस्तावित है। उज्जैन में मृगनयनी एम्पोरियम शुरू करने की पहल भी की गई है।
आयुक्त रेशम कवीन्द्र कियावत और आयुक्त हस्तशिल्प राजीव शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।