November 23, 2024

 जामिया के बाद अब मद्रास यूनिवर्सिटी में घुसी पुलिस 

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 नई दिल्ली 
नागरिकता कानून के खिलाफ बीते कुछ दिनों से देश के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन जारी है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी समेत कई यूनिवर्सिटी में नागरिकता कानून के खिलाफ जबरदस्त विरोध देखने को मिल रहा है। नागरिकता कानून में संशोधन के खिलाफ मद्रास विश्वविद्यालय के छात्रों के एक वर्ग ने मंगलवार को दूसरे दिन भी मद्रास विश्वविद्यालय परिसर में अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। मगर यहां तनातनी की स्थिति तब बन गई, जब पुलिस यूनिवर्सिटी परिसर में प्रवेश कर गयी। 

दरअसल, मंगलवार को पुलिस मद्रास यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुस गई, जहां करीब 80 छात्र जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा और नागरिकता कानून के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। गौरतलब है कि विभिन्न विश्वविद्यालयों में छात्र निकायों ने गुरुवार को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। 

परिसर में प्रवेश करने वाले पुलिसकर्मियों ने कहा कि वे ''छात्रों की सुरक्षा के लिए हैं, जबकि प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि दो छात्रों को पुलिस ने उठा लिया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि संबद्ध कॉलेजों के छात्रों को विश्वविद्यालय के मरीना परिसर में प्रदर्शन में शामिल होने के लिए उकसाने को लेकर दो छात्रों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

लगभग 50 प्रदर्शनकारी छात्रों के अनुसार, विश्वविद्यालय ने 2 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है। प्रदर्शन के समन्वयकों में शामिल एवं राजनीति विज्ञान में परास्नातक के छात्र के. रघु प्रसाद ने पीटीआई-भाषा को बताया, ''आज उन्होंने 23 दिसंबर तक की छुट्टी घोषित कर दी, विश्वविद्यालय को वैसे भी क्रिसमस की छुट्टियों के लिए 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक बंद करना है। 23 दिसंबर तक छुट्टी की घोषणा करना केवल हमारे विरोध को रोकने के लिए है। समन्वयक ने दावा किया कि ''दोनों छात्र पुलिस की हिरासत में हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने परिसर में पत्रकारों से कहा कि उनका कैंपस से छात्रों को जबरन हटाने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा, ''हम यहां विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से आये हैं और छात्रों की सुरक्षा के लिए हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या दो छात्रों को हिरासत में लिया गया है, अधिकारी ने कहा ''जब किसी को पूछताछ के लिए बुलाया जाता है, तो आप इसे गिरफ्तारी या हिरासत नहीं कह सकते।

मरीना तट के ठीक सामने स्थित विशाल परिसर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने ''इंकलाब जिंदाबाद और ''छात्र एकता जिंदाबाद के नारे लगाए। छात्रों ने नागरिकता अधिनियम में संशोधन को वापस लेने की मांग की और इसके खिलाफ नारे लगाए। 

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