बुलंदशहर हाईवे गैंगरेप के आरोपी की अस्पताल में मौत, मां-बेटी के साथ हुई थी दरिंदगी
बुलंदशहर
देश-प्रदेश को हिला देने वाले हाईवे गैंगरेप के आरोपी सलीम बावरिया की रविवार सुबह बीमारी के चलते मौत हो गई। सलीम बावरिया बीते करीब पांच माह से किडनी और हेपेटाइटिस-सी की बीमारी से पीड़ित था। जेल अस्पताल की सूचना पर उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मामले में परिजनों को भी सूचना दे दी गई है।
29 जुलाई 2016 की रात को कोतवाली देहात क्षेत्र में नेशनल हाईवे-91 पर नोएडा के परिवार से दरिंदगी की घटना हुई थी। जिला पुलिस ने 31 जुलाई 2016 की रात को आरोपी रईसुद्दीन, जबर सिंह और शाहवेज को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 9 अगस्त 2016 की रात बुलंदशहर क्राइम ब्रांच ने अन्य तीन आरोपी सलीम बावरिया, परवेज उर्फ जुबैर और साजिद को मेरठ से गिरफ्तार किया था।
अक्तूबर 2017 में गुरुग्राम में डकैती के मामले में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपी नरेश उर्फ संदीप, सुनील उर्फ सागर एवं धर्मवीर निवासीगण फर्रुखाबाद ने बुलंदशहर में हाईवे गैंगरेप की घटना में अपनी संलिप्तता कबूल की। सीबीआई द्वारा हाईवे गैंगरेप में 5 नवंबर 2016 को सीबीआई ने तीन आरोपी सलीम, परवेज उर्फ जुबैर एवं साजिद के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। इसके बाद गुरुग्राम में पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया। सभी आरोपी जेल में ही बंद थे।
मां-बेटी के साथ हाईवे पर गैंगरेप किया था
29 जुलाई 2016 की रात को कोतवाली देहात क्षेत्र में नेशनल हाईवे-91 पर गांव दोस्तपुर के समीप कुछ बदमाशों ने नोएडा के कार सवार परिवार को एक्सल मारकर रुकवाने के बाद बंधक बना लिया। आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने कार सवार परिवार को खेत में ले जाकर बंधक बना लिया और वहां मां-बेटी से गैंगरेप किया। इस मामले में सीबीआई द्वारा छह आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है, जबकि जिला पुलिस द्वारा घटना के अगले ही दिन पकड़े गए तीन आरोपियों को सीबीआई द्वारा क्लीन चिट दी जा चुकी है।