दूध टैंकर की सील तोड़कर,दूध निकालकर मिला रहे थे गंदा पानी व यूरिया
भोपाल
मिसरोद इलाके में ढाबे पर एक दुग्ध संघ के टैंकर से दूध चोरी करने का मामला सामने आया है। टैंकर की सील तोडकऱ हर रोज 2 हजार लीटर दूध चोरी किया जा रहा था। चोरी पकड़ी नहीं जाए इसके लिए आरोपी टैंकर में यूरिया निर्मित सिंथेटिक दूध और गंदा पानी भरकर दूध की भरपाई करते थे। क्राइम ब्रांच ने मौके से 50-50 लीटर की 36 केन, यूरिया की बोरियां, दूध निकालने के पाइप एवं टैंकर जब्त किए हैं। एएसपी निश्चल एन झारिया ने बताया कि दो लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
एएसपी झारिया ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर मिसरोद मंडीदीप की सीमा पर एक ढाबे पर मुलताई से दूध लेकर आया 20 हजार लीटर क्षमता का दुग्ध संघ का टैंकर खड़ा है। जांच करने पर टैंकर की लगी सील टूटी मिली। पूछताछ में पता चला कि इस टैंकर से 36 केनों में दूध निकाला जा चुका है।
एक केन की क्षमता 50 लीटर है। जिस स्थान पर दूध रखा गया था, वहां यूरिया उर्वरक मिला है। आशंका जताई गई कि यूरिया की मदद से सिंथेटिक दूध बनाने के बाद उसे टैंकर में भरकर चोरी किए गए असली दूध की भरपाई की जाती थी। झारिया के मुताबिक इस मामले में खाद्य विभाग की भी टीम पड़ताल कर रही है। बीस हजार लीटर की क्षमता का यह टैंकर मुलताई-बैतूल से दूध लेकर भोपाल सांची डेयरी के आ रहा था।
जीपीएस सड़क किनारे पंक्चर की दुकान पर छोड़ देते थे…
भोपाल दुग्ध संघ के टैंकरों की लोकेशन पता करने के लिए उनमें जीपीएस सिस्टम लगाए गए हैं। लेकिन इस टैंकर के ड्राइवर और मिलावटखोरों ने टैंकर का जीपीएस सिस्टम निकालकर सड़क किनारे एक पंक्चर की दुकान पर रख दिया था, ताकि टैंकर की लोकेशन होशंगाबाद हाइवे पर मिले। एएसपी झारिया का कहा है कि इस गिरोह से कौन-कौन लोग जुड़े हैं और यह धंधा कब से चल रहा है, इसकी जांच की जाएगी।