हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए आम लंगर का आयोजन
जोगी एक्सप्रेस
सरायपाली।मुस्ताफैज़ आलम ,सरायपाली करबला की जंग में शहीद हुए पैगबंरे इस्लाम के नवासे सैय्यदना इमामे हुसैन की याद में शहर में जिक्रे शहीदाने करबला का दस दिवसिय आयोजन किया गया. नगर के मदरसा निजामिया में मोहर्रम की तकरीरी कार्यक्रम किया गया जिसमें ईमाम हजरत अब्दुस्सतार अशरफी ने कर्बला के वाकेये पर गहराई से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नगर के मुस्लिमों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। हर साल की तरह इस साल भी मुस्लिम जमात सरायपाली में इमामे हुसैन की याद में तकरीर का आयोजन किया गया है। वहीं पिछले 40 वर्षों से अंजुमन चौक में ऐतिहासिक शाकाहारी आम लंगर का इंतेजाम मुस्लिज समाज के युवाओं के द्वारा किया गया। पिछले कई सालों से इस कार्यों में लगे रौनकुल हक (बाबा पटवारी) ने संवाददाता को जानकारी देते हुए बताया कि ईमाम हुसैन की याद में पिछले 40 वर्षों से लंगर का इंतेजाम करने की एक परम्परा रही है, यहाँ बनने वाले लंगर को सभी लोग खा सकें इस हेतु इसे पूर्णरूप से शाकाहारी बनाया जाता है। वहीं मुस्लिम ख्वातीन रहनुमा कमेटी की तरफ से दस दिववीय कुरआन ख्वानी का भी आयोजन किया गया। ईमाम हजरत अब्दुस्सत्तार अशरफी ने बताया कि यजीद आतंक परस्त था, जबकि हुसैन आतंक विरोधी, दीन-हीन की मदद और अन्याय के खिलाफ लडऩे वाले हुसैन एवं साथियों को धोखे से शहीद किया गया। आज हम सभी को हुसैन रदिअल्लाहो अन्हो के बताये मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्यरूप से मुतवल्ली मुजफ्फर खान, अय्युब हुसैन, तबारक हुसैन, शहादत हुसैन, नकीब खान, मुबारक खान, शहीद मौला, ईबरार खान, नौशदा अली आदि का पूर्ण सहयोग रहा।