नागरिकता संसोधन बिल: हम यहां थे, हम यहां मरेंगे और यहीं दफन होंगे: अकील
भोपाल
नागरिकता संसोधन बिल को लेकर कमलनाथ सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने मीडिया से बिल को लेकर कहा कि कोई बिल पास कर लो या कोई कानून बना लो, इसे बनाने में सभी बुजुर्गों का खून शामिल है. अकील ने यह भी कहा कि हिंदुस्तान किसी एक का नहीं है. हम यहां थे, हम यहां मरेंगे और यहीं दफन होंगे. हालांकि यह सब बातें आरिफ अकील ने बिना बीजेपी का नाम लिए कही हैं.
सभी का योगदान बराबर है- आरिफ अकील
कांग्रेस मंत्री आरिफ अकील भोपाल में नागरिकता संसोधन बिल के सवाल पर सबसे पहले गुस्सा हुए और फिर अपनी ही भाषा में जबाव भी दिया. उन्होंने कहा कि कोई भी बिल पास हो जाए, कोई भी कानून बन जाए. इस देश में सभी बुजुर्गों का खून शामिल है. सभी का योगदान रहा है. ऐसे में यह किसी एक नही हैं. हालांकि उनके बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने यह बातें मुस्लिम समाज के पक्ष में कही हैं. जबकि उन्होंने आगे कहा कि हम यहां थे, हम यहां मरेंगे और यही पर दफन होंगे.
सीएम कमलनाथ की फोटो की पूजा करना चाहिए
आरिफ अकील ने रेत खनन पर कहा कि रेत खनन पर माफियाओं पर शिकंजा कसा जा रहा है, जितनी रॉयल्टी मिली है, इतनी पहले कभी नहीं मिली. उससे करोड़ों रुपए आए हैं. इस पर तो मुख्यमंत्री कमलनाथ की फोटो की पूजा करनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बाद भी लोग नहीं मान रहे हैं. हालांकि अकील ने कम्प्यूटर बाबा के विरोध को लेकर पूछे गए सवाल पर जरूर मीडिया पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं.
पहले भी आरिफ अकील दे चुके हैं विवादास्पद बयान
यह पहली बार नहीं है. इससे पहले भी आरिफ अकील विवादित बयान दे चुके हैं. उन्होंने पहले भी मीडिया से कहा था कि कमलनाथ को हटाने वाला कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ, जो जैसा है वैसा ही रहेगा. यदि भाजपा ने ज्यादा गड़बड़ की तो उसके तीन टुकड़े कर देंगे. जबकि आंगनवाडी केंद्रों में भाजपा के अंडा विरोध पर कहा था कि क्या अंडे के कारण दंगा करवाओगे.
कई मंत्री दे चुके हैं विवादित बयान
आरिफ अकील के अलावा भी कमलनाथ सरकार के दूसरे मंत्री भी अपने विवादित बयान के लिए जाने जाते हैं. मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं. सरकार बनने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए बीजेपी मुंगेरी लाल के सपने देख रही है. बीजेपी में पांच मुंगेरी लाल हैं. शिवराज सिंह चौहान, गोपाल भार्गव, कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा और भूपेन्द्र सिंह अब मुख्यमंत्री के सपने देख रहे हैं. ये उनकी आदत है.