केंद्र सरकार के खिलाफ ‘हल्लाबोल’ अभियान में जुटी कांग्रेस, 14 दिसंबर को दिल्ली में दिखाएगी दम
भोपाल
किसानों की कई योजनाओं के लिए केंद्र सरकार (Central Government) से राज्य सरकार को राशि जारी नहीं हो रही है. साफ है कि किसानों की योजनाओं की राशि में कटौती की जा रही है. इसको लेकर अब कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) के मंत्री दिल्ली में धरने की तैयारी में है. दिल्ली (Delhi) के रामलीला मैदान में 14 दिसंबर को होने वाले धरने में बड़ी संख्या में मंत्री और कार्यकर्ता शामिल होंगे. किसानों की योजनाओं के लिए राशि की मांग को लेकर हो रहे धरने का नेतृत्व कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सानिया गांधी (Sania Gandhi) करेंगी. जबकि इसका मुख्य मकसद मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ हल्लाबोल होगा.
केंद्र से किसानों की कई योजनाओं की राशि ना मिलने पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि केंद्र की जितनी योजनाएं हैं. उन सबका पैसा रोक दिया है. पैसा ना देना केंद्र सरकार की नीति बन गई है. अब इसके खिलाफ धरना देंगे. कई ट्रेनें रिजर्व हैं और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता दिल्ली में धरना देंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर को यहां से कार्यकर्ता रवाना होंगे और दिल्ली में 14 दिसंबर को बड़े नेताओं की अगुवाई में दिल्ली में धरना देंगे. पीसी शर्मा का कहना है कि 11 महीनों में मिलने वाली राहत राशि में कमी आई है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 2300 करोड़ रुपए पिछले चार सालों के ना चुकाने पर शेयर रोक दिया. जबकि केंद्र से 6700 करोड़ की राहत राशि मांगी थी, लेकिन केंद्र ने महज एक हजार करोड़ रुपए ही दिए हैं. अभी 13 लाख किसानों को बोनस बांटा जाना है.
कांग्रेस सरकार के मंत्रियों के दिल्ली में धरने को लेकर भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता का कहना है कि पहले यहां की तो व्यवस्था संभाल लें, फिर बाहर धरना दें. ये केंद्र सरकार के खिलाफ केवल और केवल नौटंकी है.