कलाकारों और समाजसेवियों पर खजाना लुटाने की तैयारी में कमलनाथ सरकार
भोपाल
कमलनाथ सरकार (Kamalnath Government) अपने वचन पत्र के वचनों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रही है और अब बारी कलाकारों और समाजसेवियों की है. इस वर्ग के लिए सरकार ने अपने खजाने से लाखों रुपयों के पुरस्कार देने का फैसला किया है. ये एक दर्जन से ज्यादा पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में दिए जाएंगे और इनकी सम्मान राशि 1 लाख से लेकर 10 लाख रुपयों तक होगी. इसके लिए इसी महीने कार्ययोजना को अंतिम रूप दे दिया जाएगा. इसमें सबसे अहम इंदिरा गांधी सम्मान, महावीर सम्मान और किशोर कुमार सम्मान (Kishore Kumar samman) होंगे. सरकार आगामी कैबिनेट बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव ला सकती है.
कांग्रेस सरकार ने अपने मैनिफेस्टो यानी वचन-पत्र में जिन पुरस्कारों की घोषणा की थी, उन्हें वो अब देने जा रही है. आदिवासी और दलित वर्ग के बिखरे वोटबैंक को जुटाने के लिए सरकार के प्रयास लगातार जारी हैं. अब सरकार एक तीर से 2 निशाने लगाने की तैयारी में है. कमलनाथ सरकार ने ये प्लान इसलिए बनाया क्योंकि सरकार का मानना है कि इन पुरस्कारों से इन वर्गों में बेहतर काम करने वाले प्रोत्साहित भी होंगे और सरकार की ब्रांडिंग भी होगी.
विपक्ष ने सरकार द्वारा तैयार किए गई इस योजना की मुखालिफत शुरू कर दी है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का आरोप है कि सरकार मात्र अपनी योजनाओं को प्रोपेगेंडा बनाने पर ध्यान दे रही है.
जहां कांग्रेस का पूरा ध्यान अपने एक साल के कार्यकाल में अधिकतर वचनों को पूरा करने में लगा हुआ है वहीं बीजेपी सरकार की योजनाओं को घेरे में लेकर सवाल खड़े कर रही है. इन सबके बीच आदिवासी और दलित वर्ग के कलाकारों और समाजसेवियों में इस योजना को लेकर ये उम्मीद की किरण जाग रही है कि सरकार का ये प्लान जल्द धरातल पर आएगा और सरकार उनके बेहतर काम के लिए उनको सम्मानों से नवाज़ेगी.