प्रज्ञा ठाकुर का धरना खत्म, कहा- महिलाओं के सम्मान की लड़ाई रहेगी जारी
भोपाल
भारतीय जनता पार्टी की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर शनिवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कमला नगर पुलिस स्टेशन पहुंचीं और कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही. लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया.
इसके बाद वो तीन घंटे तक थाने में मौजूद रहीं, इस दौरान वहां जमकर हंगामा हुआ. दरअसल, कांग्रेस विधायक दांगी ने साध्वी को जिंदा जलाने की बात कही थी. हालांकि, बाद में उन्होंने अपने बयान के लिए माफी भी मांग ली थी. इसके बाद भी साध्वी थाने पहुंचीं और उन पर एफआईआर दर्ज करने का दबाव बनाती रहीं.
इस दौरान पुलिस ने साध्वी से पुलिस के आला अधिकारी लगातार उनसे लिखित शिकायत देने की मांग करते रहे लेकिन उन्होंने कहा कि बिना लिखित आवेदन के एफआईआर दर्ज कीजिए. इसे लेकर काफी देर तक प्रज्ञा ठाकुर और पुलिस अधिकारियों के बीच बहस होती रही.
आखिरकार तीन घंटे तक एफआईआर दर्ज ना होने के कारण प्रज्ञा सिंह ठाकुर पुलिस थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गईं. इससे पहले साध्वी ने कांग्रेस विधायक दांगी को चुनौती देते हुए कहा था कि वो 8 दिसंबर को ब्यावरा आएंगी. हालांकि बाद में उन्होंने धरना खत्म कर दिया और कहा कि महिलाओं के सम्मान के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी.
उन्होंने ट्वीट, 'कांग्रेसियों को जिंदा जलाने का पुराना अनुभव है 1984 में सिखों को और नैना साहनी को तंदूर में जलाने तक का. राहुल गांधी ने आतंकी कहा और उनके विधायक गोवर्धन दांगी मुझे जलाएंगे…'
बता दें कि लोकसभा में दिए गए बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह द्वारा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले वक्तव्य पर सियासी तूफान मच गया था. इसी के बाद मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने विवादित बयान देते हुए कहा था, 'प्रज्ञा सिंह ठाकुर यहां आईं तो जिंदा जला देंगे.'