विपक्ष संसद में सरकार को घेरेगा, आर्थिक सुस्ती पर पीएमओ सक्रिय
नई दिल्ली
कमजोर आर्थिक विकास के बीच पीएम मोदी की अगुवाई में सरकार की सक्रियता बढ़ गई है। प्रधानमंत्री मोदी इस हफ्ते दो अहम मीटिंग कर सकते हैं। सरकार के अंदर रिफॉर्म और विकास को गति देने के लिए क्या कदम उठें, इसके लिए मीटिंग करने के अलावा उद्योगजगत से जुड़े लोगों से भी मुलाकात कर सकते हैं। पीएमओ सूत्रों के अनुसार सरकार को मौजूदा साल के दूसरे क्वॉर्टर के कमजोर जीडीपी आंकड़े का अनुमान था लेकिन अब सरकार को लगता है कि आने वाले चार महीने में इसमें तेजी से सकारात्मक बदलाव आ सकता है।
1 लाख करोड़ के निवेश की समीक्षा
पीएमओ सूत्रों के अनुसार अगले सात दिनों के अंदर पीएमओ के नेतृत्व में एक लाख करोड़ के निवेश के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी जा सकती है। मौजूदा आर्थिक हालात को देखते हुए सबसे पहले ऐसे प्रॉजेक्ट को सरकार मंजूरी देगी जो बहुत कम समय में जमीन पर काम करने में सक्षम होंगे। पीएमओ ने सभी संबंधित मंत्रालयों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि ऐसे प्रोजेक्टों में नियम के अंतर्गत हर जरूरी सुविधा फौरन मिले।
विपक्ष को मिला मुद्दा
विपक्ष आर्थिक सुस्ती का मामला संसद में फिर उठा सकता है। हालांकि विपक्ष की मांग पर राज्यसभा में इस मामले पर बहस हो चुकी है लेकिन इनके नेताओं का मानना है कि नए आंकड़े बहुत ही निराशाजनक हैं और सरकार से जवाब की मांग निश्चित तौर पर करेंगे। वहीं कांग्रेस अगले दो हफ्ते तक आर्थिक सुस्ती के मुद्दे को और आक्रामक रूप से उठाएगी। पार्टी 14 दिसंबर को इसी मुद्दे पर दिल्ली में बड़ी रैली करने का ऐलान कर चुकी है। आम चुनाव में करारी हार के बाद पार्टी का यह पहला बड़ा सियासी आयोजन है। पार्टी ने मोदी सरकार को अब उसकी आर्थिक नीतियों पर ही घेरने की योजना बनाई है।