चंदेरी को यूनेस्को ने विश्व धरोहर की क्रिएटिव सिटी श्रेणी में नामांकित
भोपाल
UNESCO World Heritage हस्तशिल्प के लिए विख्यात चंदेरी को यूनेस्को ने विश्व धरोहर की क्रिएटिव सिटी श्रेणी में नामांकित किया है। अशोकनगर जिला प्रशासन के आवेदन पर यह नामांकन हुआ है। अब यूनेस्को का एक दल 98 दिन की यात्रा पर चंदेरी आकर 10 बिंदुओं के आधार पर मूल्यांकन करेगा।वह चन्देरी की प्राचीन कला एवं संस्कृति के बारे में जानकारी लेंगे । इसके बाद यूनेस्को इसे विश्व धरोहर की क्रिएटिव सिटी घोषित कर सकता है। अगर चन्देरी इस विश्व धरोहर सूची में आ जाता है तो यह शहर वैश्विक पर्यटन के मानचित्र आ जायेगा।इस उपलब्धि पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुशी जाहिर की है।सिंधिया का कहना है कि उनका सालों का सपना साकार होने जा रहा है।
दरअसल, सिंधिया ने ट्वीटर के माध्यम से अपनी मन की बात रखी है। सिंधिया ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज की खबर पर एक साथ दो ट्वीट किए है। सिंधिया ने पहले ट्वीट में लिखा है कि चंदेरी को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने का मेरा संकल्प और सपना अब हकीकत में बदलने जा रहा है। विश्व धरोहर सूची के लिए नामांकित होना सिर्फ़ चंदेरी के लिए ही नही बल्कि समूचे प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।
वही अगले ट्वीट मे लिखा है कि मैंने विगत 17 वर्षों में यहाँ की कला एवं शिल्प को विश्व के मानचित्र तक पहुँचाने के हरसंभव प्रयास किए जो अब धरातल पर परिलक्षित होते दिख रहे हैं। साथ ही यूनेस्को हेरिटेज स्टेटस दिलवाने के लिए भी मेरे प्रयास जारी हैं वो ये भी जल्द ही सार्थक सिद्ध होंगे। चंदेरी मेरे दिल मे बसता है।
बता दे कि चंदेरी की कई सारी खासियत है ,जो उसको विश्व मानचित्र पर लाने में मदद करेंगी ।इसी को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार के माननीय मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहल पर म.प्र के पर्यटन विभाग ने यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने के लिये चन्देरी का नाम प्रस्ताविक किया था। वही पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा भी चंदेरी को विश्व मानचित्र पर लाने के लिए लगातर प्रयास किये जाते रहे है।पूर्व में हुए कामों को लेकर दिल्ली स्थित यूनेस्को के कार्यालय में एक प्रेजेंटेशन चंदेरी को लेकर रखा गया था। जिसको चंदेरी नगर पालिका के सीएमओ केवी सिंह द्वारा प्रस्तुत किया गया था।