किसानों को यूरिया उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है सरकार – मंत्री सचिन यादव
भोपाल
किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री सचिन यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी किसानों को समय पर यूरिया उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है। यादव ने बताया कि शासन ने माँग के अनुसार यूरिया का पूर्व भण्डारण सुनिश्चित कराया है, किसानों को चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं है।
प्रदेश में रबी सीजन 2019-20 में अभी तक 5.84 लाख मीट्रिक टन यूरिया का वितरण किया गया है। पिछले साल इसी अवधि में 5.16 लाख मीट्रिक टन यूरिया का वितरण किया गया था। इस वर्ष अभी तंक 8 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध कराया गया है, जो पिछले वर्ष उपलब्ध कराये गये 7.22 लाख मीट्रिक टन यूरिया से 78 हजार मीट्रिक टन अधिक है। वर्तमान में लगभग 2.16 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है, जिससे यूरिया की निर्बाध आपूर्ति जारी है।
यूरिया की 17 रेक प्रदेश की ओर ट्रांजिट में हैं। इन रेकों से अगले दो दिनों में 25 जिलों सतना, सीधी, सिंगरौली, छिंदवाडा, सिवनी, देवास, इन्दौर, धार, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन, आगर, जबलपुर, डिण्डौरी, कटनी, मंडला, खण्डवा, बुरहानपुर, होशंगाबाद, सीहोर, नरसिंहपुर, रायसेन, भोपाल, ग्वालियर तथा दतिया में यूरिया की आपूर्ति हो जाएगी।
दिसम्बर में 4.25 लाख मीट्रिक टन का आवंटन संभावित
प्रदेश के लिये दिसम्बर माह में लगभग 4.25 लाख मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन प्राप्त होना संभावित है। सीहोर जिले में इस वर्ष अभी तक 36 हजार मीट्रिक टन यूरिया प्रदान किया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15 हजार मीट्रिक टन अधिक है। जिले में अभी भी 3000 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। राजगढ़ जिले में इस वर्ष 25 हजार मीट्रिक टन यूरिया प्रदान किया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6 हजार मीट्रिक टन अधिक है। जिले में अभी भी 3400 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। भिण्ड जिले में इस वर्ष 18 हजार मीट्रिक टन यूरिया प्रदान किया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4 हजार मीट्रिक टन अधिक है। जिले में अभी भी 3000 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। इसी प्रकार, होशंगाबाद जिले में इस वर्ष 31 हजार मीट्रिक टन यूरिया प्रदान किया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6 हजार मीट्रिक टन अधिक है। जिले में अभी भी 5000 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है, जिससे यूरिया की निर्बाध आपूर्ति जारी है।
आईएफएमएस से हो रही निगरानी
शासन के निर्देशों के मुताबिक जिला प्रशासन और कृषि विभाग के मैदानी अमले द्वारा इंटीग्रेटेड फर्टिलाइजर मैनेजमेंट सिस्टम (आईएफएमएस) के जरिये प्रत्येक उर्वरक दुकान के स्टॉक तथा विक्रय की सतत् निगरानी की जा रही है।