BJP संगठन चुनाव में स्थानीय नेताओं के बीच समन्वय की कमी, होशंगाबाद, ग्वालियर और सिवनी के चुनाव टाले
भोपाल
भाजपा संगठन चुनाव में स्थानीय नेताओं के बीच समन्वय की कमी और उम्र के विरोध के चलते तीन जिलों होशंगाबाद, ग्वालियर और सिवनी में मंडल चुनाव परिणामों की घोषणा अब तक नहीं हो सकी है। इसके चलते प्रदेश चुनाव अधिकारी ने इन तीनों जिलों के चुनाव टाल दिए हैं। वहीं झाबुआ और शहडोल में उपचुनाव और नगर पालिका चुनावों के चलते चुनाव टाले जा रहे हैं। दूसरी ओर 51 जिलों में होने वाले चुनाव को लेकर आज जिला निर्वाचन अधिकारियों को चुनावी प्रक्रिया से अवगत कराया गया है।
जिला अध्यक्षों के चुनाव के लिए भाजपा ने शनिवार का दिन तय कर रखा है। इस चुनाव में मंडलों से नियुक्त किए गए जिला प्रतिनिधि, मंडल अध्यक्ष और स्थानीय स्तर पर वरिष्ठ नेताओं के बीच दो से तीन नामों का पैनल तैयार करने के लिए रायशुमारी का काम किया जाएगा। इस रायशुमारी के परिणाम जिला स्तर पर घोषित नहीं होंगे बल्कि रिपोर्ट प्रदेश संगठन को दी जाएगी। माना जा रहा है कि एक या दो दिसम्बर को रायशुमारी पूरी कर चुके जिलों के जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी। उधर चुनावी प्रक्रिया समझाने के लिए आज प्रदेश कार्यालय में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को बुलाकर प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, प्रदेश चुनाव अधिकारी हेमंत खंडेलवाल, प्रदेश सह चुनाव अधिकारी विजेश लुनावत ने चुनावी प्रक्रिया से अवगत कराया।
ग्वालियर शहर में नौ मंडल हैं और इन मंडलों में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, माया सिंह, सांसद विवेक शेजवलकर समेत अन्य नेता अपने करीबियों को मंडल अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। इसके चलते यहां के मंडल अध्यक्षों के चुनाव परिणाम अब तक घोषित नहीं हो सके हैं। इसी तरह की स्थिति होशंगाबाद और सिवनी जिले में भी है। यहां भी मंडल चुनाव परिणाम नेताओं की उम्र की दावेदारी का विरोध करने और वरिष्ठ नेताओं के बीच आपस में समन्वय न बन पाने के कारण घोषित नहीं हो सके हैं। इसलिए तीनों जिलों के चुनाव कल नहीं कराए जाएंगे। इसके अलावा शहडोल में नगरपालिका चुनाव होने जा रहे हैं और झाबुआ में विधानसभा उपचुनाव के चलते बूथ और मंडल चुनाव की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। इन जिलों में भी चुनाव टालने पर सहमति बन गई है।