स्पेन: सिख पायलट की पगड़ी उतारने की कोशिश
नई दिल्ली
एक बार फिर सिख पायलट के साथ नस्लीय भेदभाव और दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। एयर इंडिया के पायलट कैप्टन सिमरन गुजराल को स्पेन में कथित तौर पर अपनी पगड़ी उतारने के लिए मजबूर किया गया। यह घटना तब हुई जब वह एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI136 को लेकर स्पेन की राजधानी मैड्रिड से बुधवार को दिल्ली आ रहे थे। गौरतलब है कि सिख धर्म में सार्वजनिक स्थलों पर सिखों को केश खुले रखने की मनाही है।
जानकारी के मुताबिक, जब वह एयरपोर्ट पर मेटल डिटेक्टर से गुजर कर निकले, तो उनके गुजरने पर कोई अलार्म नहीं बजा। यानी उनके शरीर पर या पगड़ी में कोई खतरनाक या संवेदनशील चीज नहीं थी। इसके बावजूद वहां तैनात पुलिसवालों और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पगड़ी उतारकर ट्रे में रखने के लिए कहा। उन्होंने इसका विरोध किया लेकिन वहां मौजूद अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी। रिपोर्ट्स के मुताबिक सिमरन वहीं सिक्यॉरिटी पॉइंट पर बैठ गए। सुरक्षाकर्मियों को बताया भी कि फ्लाइट में देरी हो सकती है। लेकिन वह पगड़ी उतारने की बात करते रहे। बाद में फ्लाइट के अन्य पायलट आए और उन्हें दूसरे टर्मिनल से एंट्री कराकर लेकर गए।
कैप्टन सिमरन ने दावा किया कि मैड्रिड एयरपोर्ट पर सिखों के साथ बदतमीजी अक्सर होती रहती है। उनका कहना है कि दुनिया के किसी भी अन्य एयरपोर्ट पर ऐसा होते नहीं देखा है। यानी यह कोई मानक सुरक्षा जांच नहीं है, जबकि अमेरिका और कनाडा में लाखों की संख्या में सिख रहते हैं। इस घटना पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने भी नाराजगी जताई है। गुरुद्वारा कमिटी के प्रेजिडेंट मनजिंदर सिंह सिरसा ने सिमरन के साथ हुए वाकये को 'सिख पगड़ी का अपमान और नस्लभेदी व्यवहार' करार दिया है। सिरसा ने इस घटना पर विदेश मंत्री और पूर्व राजनयिक एस. जयशंकर को पत्र लिखकर इस मामले का हल निकालने की गुजारिश की है। उन्होंने लिखा, '(आप) सुनिश्चित करें कि दुनिया भर में सिखों के साथ उनकी पगड़ी के चलते दुर्व्यवहार न हो।'