प्रदेश अध्यक्ष के सामने फूटा पवई के बीजेपी कार्यकर्ताओं का गुस्सा, कही ये बात
जबलपुर
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह (Rakesh singh) के साथ पन्ना (Panna) से आए नाराज़ कार्यकर्ताओं की लंबी बातचीत का दौर भी चला. बातचीत खत्म होने के बाद कार्यकर्ताओं में संतोष भरा भाव देखने को मिला. बड़ी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ता पहले तो इस्तीफा देने का मन बना कर आए थे, लेकिन बाद में जब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष (BJP State President) राकेश सिंह से बातचीत हुई तो उन्होंने इस्तीफा (Resign) देने का फैसला दरकिनार कर दिया. कार्यकर्ताओं का आरोप था कि पवई विधानसभा क्षेत्र में हाल ही में हुए पार्टी के चुनावों में दूसरे दलों से आए लोगों को ज्यादा तवज्जो दी गई.
उन्होंने अपनी इस नाराज़गी से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को भी अवगत कराया. कार्यकर्ताओं ने एक आवेदन पत्र भी सौंपा जिसमें पार्टी के अंदर हो रहे भेदभाव और कार्यकर्ताओं की अनदेखी की बात लिखी गई थी. चर्चा के बाद बाहर आए कार्यकर्ताओं ने साफ कहा कि कुछ मांगें थीं जो हमने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के सामने रखी हैं. मंडल अध्यक्षों को बदलने के आश्वासन के बाद सभी कार्यकर्ता वापस लौट रहे हैं. बड़ी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं के हुजूम से इतना तो जरूर साबित हो गया है कि पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.
इधर नाराज कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी में सब कुछ ठीक-ठाक होने की बात कही है. मंडल चुनावों में छाए गतिरोध को लेकर राकेश सिंह का कहना है कि, 'बीजेपी मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी है और बीजेपी का हर एक कार्यकर्ता अपने आप में सक्षम है, ऐसे में जब संगठनात्मक चुनाव होते हैं तो हर एक कार्यकर्ता की उम्मीद बढ़ जाती है और वह चाहता है कि उसे अच्छे से अच्छा पद मिले लेकिन यह संभव नहीं है. ऐसे मामलों में नाराज होना सामान्य सी बात है लेकिन पार्टी के अंदर किसी भी तरह की नाराजगी नहीं है.'
प्रदेश में महंगी हो रही प्याज़ को लेकर राकेश सिंह ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. राकेश सिंह का कहना था कि प्रदेश सरकार सिर्फ अपनी सत्ता बचाने की जुगत मे जुटी हुई है. जनता के हितों और तकलीफों से सरकार को कोई लेना देना नहीं रहा है. प्रदेश सरकार की सारी मशीनरी शराब और अवैध रेत की बिक्री के इर्द गिर्द लगी हुई है.
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन या कह ले कि सरकार गिराने का दावा भाजपा के लिए काल्पनिक हो गया है. ये हम नहीं कह रहे बल्कि खुद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने इस बयान को दिया है. महाराष्ट्र की तर्ज पर प्रदेश मे सत्ता परिवर्तन को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने सवाल को ही काल्पनिक का दर्जा दे डाला. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि काल्पनिक सवालों पर क्या बात करें. लाजमी है कि महाराष्ट्र की घटना से सबक लेकर प्रदेश भाजपा अब बेहद संभल कर चल रही है. सत्ता गिराने की बात तो दूर अब सत्ता परिवर्तन के सवाल को भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने काल्पनिक करार दे दिया है जिसके सियासी तौर पर कई मायने निकाले जा सकते हैं.