ठगी का शिकार होने वाला युवक आत्महत्या के इरादे से सौ फीट ऊंचे होर्डिंग पर चढ़ा युवक
इंदौर
मध्य प्रदेश के मिनी मुंबई कहने जाने वाले इंदौर शहर के शास्त्री ब्रिज पर उस वक़्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब एक सिरफिरा युवक हाथ में सरिया लेकर करीब 100 फीट ऊंचे होर्डिंग के टावर पर चढ़ गया. जबकि युवक को नीचे उतारने के लिए आम जनता, पुलिस अधिकारी और दमकल के अधिकारी मौके पर जमा हुए और उसे नीचे उतरने के लिए कहते रहे, लेकिन इस दौरान कई घंटों तक हंगामा होता रहा. यही नहीं, इस दौरान युवक योग और सूर्य नमस्कार भी कर रहा था और इस वजह से पुलिस के पसीने छूट रहे थे. आखिर जरा सी चूक युवक की मौत का कारण बन सकती थी. हालांकि पुलिस ने संयम दिखाया और वह काफी समय तक युवक के उतरने का इंतजार करती रही, लेकिन वह नीचे नहींं उतरा. इसके बाद मौके पर जमा भारी भीड़ में से कुछ लोगों ने रिस्क लेते हुए ऊपर चढ़ने का निर्णय लिया, लेकिन उनका पहला प्रयास रहा.
दूसरे प्रयास में मिली सफलता
हालांकि कुछ देर बाद फिर भीड़ में से कुछ लोगों ने टावर पर चढ़कर शख्स को समझाया. इसके बाद शख्स नीचे उतरा और भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन पुलिस ने युवक को पकड़ लिया. युवक को जीआरपी थाने भेजा गया जहां पुलिस पूछताछ करेगी और उसके बाद कार्रवाई की बात कही जा रही है.
इस वजह से टावर पर चढ़ा युवक!
कई घंटे तक हंगामा करने वाला युवक उत्तर प्रदेश का है जिसका नाम गोलू उर्फ़ निखिल है. उसका आरोप है कि वह कुछ समय पहले उज्जैन स्थिति महाकाल मंदिर गया था, जहां एक बाबा ने उसके साथ ठगी की और उसे दर्शन नहीं करने दिए. इस बात से वह नाराज है और इसीलिए आज उसने टावर पर चढ़कर अपना गुस्सा निकाला. इसके अलावा युवक खुद को भोले का भक्त बता रहा और उसक कहना था कि एक महिला मित्र के साथ भी उसके संबंधों को लेकर गलतफहमी हो गई थी और उसे बताने के लिए टावर पर चढ़ गया था. शुरुआती पूछताछ से यह भी जानकारी मिली है कि युवक मानसिक तौर पर स्वस्थ्य नहीं है.
गौरतलब है कि हंगामे के बाद पुलिस समेत यातायात के तमाम अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर मोर्चा संभाला. हालांकि युवक को उतारना जितना चुनौती भरा था, उतना ही मुश्किल था रास्ते से गुजर रहे लोगों को हटाना. जबकि लोग सड़क पर खड़े होकर युवक का ड्रामा देख रहे थे. हालांकि राहगीरों ने ही सबसे पहले पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी थी. मौके पर एमपीईबी की एक क्रेन पहुंची, लेकिन यह नाकाफी साबित हुई, क्योंकि टावर की ऊंचाई अधिक थी. इसके बाद दमकल की गाड़ी और निगम की गाड़िया पहुंची, तब जाकर कुछ बात बनी. वैसे मौके पर एनडीआरएफ की टीम पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही थी.