138 स्टॉप डेम भ्रष्टाचार : 20 अधिकारियों और कर्मचारियों के पेंशन रोकने का निर्णय
भोपाल
शाजापुर जिले में 138 स्टॉप डेम के निर्माण में भ्रष्टाचार करने के आरोप में जलसंसाधन विभाग ने आर्थिक अनियमितताओं से जुड़े 20 अधिकारियों और कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होंने के बाद उनकी पेंशन स्थाई रुप से रोकने का निर्णय लिया है।
सूत्रों के मुताबिक शाजापुर कलेक्टर ने वर्ष 86-87 एवं वर्ष 87-88 में राहत कार्यो के अंतर्गत शाजापुर जिले में 138 स्टॉप डेमों के निर्माण कार्यो के लिए 518 लाख रुपए की मंजूरी दी थी। तत्कालीन कार्यपालन यंत्री सिचाई संभाग शाजापुर ने इस स्वीकृति के मामले में तकनीकी स्वीकृति दी। इन कामों में भ्रष्टाचार संबंधी सूचना मिलने पर राज्य आथर््िाक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने विभाग द्वारा अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद जनवरी 99 में चालान पेश किया था।
जलसंसाधन विभाग ने इस मामले में दो फरवरी 99 को 25 अपचारी अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। जिनके विरुद्ध चालान पेश किए गए थे उनमें तत्कालीन कार्यपालन यंत्री रमाशंकर अग्निहोत्री, संभागीय लेखापाल एवी धारोलकर और अनुविभागीय अधिकारी बृजलाल शर्मा के रिटायर हो जाने तथा उपयंत्री आरपी सैनी के निधन के चलते उनपर कार्यवाही नहीं हो पाई।
निलंबन आदेश के विरुद्ध दीपक येवले, प्रभाकर पाद्धे और विलास परोलकर ने प्रशासनिक अभिकरण भोपाल बैंच में याचिका लगाई जिसके निर्णय पर अगस्त 2000 में इन तीनों को बहाल यिका गया। न्यायालयीन प्रकरण में ज्यादा समय लगने के चलते वर्ष 2003 में निलंबित सभी शासकीय कर्मचायिों को बहाल किया गया। इसके बाद विशेष न्यायाधीश ने जनवरी 18 में इस मामले में सभी अपचारियों को दो वर्ष के सश्रम कारावास और पांच सौ रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई गई। इस फैसले के विरुद्ध पीएल रावत, विनोद वर्मा, पंडरीनाथ भालसे और जवाहरलाल गुप्ता ने उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में अपील की। कोर्ट के निर्णय पर जलसंसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सभी अपचारियों को कारण बताओ नोटिस देकर सितंबर 18 में सुनवाई के लिए बुलाया था। बचाव के लिए और समय मांगे जाने के आवेदन को अमान्य करते हुए सभी 20 अपचारियों की पेंशन स्थाई रुप से रोकने का निर्णय लिया गया। मंत्रिपरिषद की स्थाई समिति के अनुमोदन के बाद इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए है।
रघुवीर सिंह हांडा, प्यारेलाल रावत, मोहनलाल जैन, अमरजीत सिंह ओबेराय, सत्यनारायण विजय, नंदलाल अग्रवाल, प्रभाकर पाध्दे, नंदकिशोर, दीपक कुमार येवले, मोहम्मद शोएब खान, अर्जुन सिंह सोलंकी, विनोद कुमार वर्मा, आफताब अहमद कुरैशी, रमेश चंद्र गुर्जर, लक्ष्मीनारायण तौर, देवीलाल गेहलोत, प्रफुल्ल कुमार दिसवाल, देवीलाल शर्मा, जवाहरलाल गुप्ता और मोहम्मद इसहाक कुरैशी।