बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर फिर गरमाई सियासत
पटना
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर सियासत फिर गरमाती दिख रही है। इसे लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल जनता दल यूनाइटेड एवं भारतीय जनता पार्टी भी आमने-सामने दिख रहे हैं।
जेडीयू ने उठाया बिहार को विशेष राज्य के दर्जा का मुद्दा
लोकसभा के शीतकालीन सत्र में जेडीयू सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने बिहार को विशेष राज्य के दर्जा का मुद्दा उठाया। जेडीयू सांसद दिनेश चंद्र यादव ने भी बाद में कहा कि विशेष राज्य के प्रस्ताव का सभी राजनीतिक दलों ने बिहार विधानसभा में समर्थन किया था।
जेडीयू के फिर इस मांग को उठाने पर बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद गोपालनारायण सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शिगूफा बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में जेडीयू के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है।
बिहार में पूरा सिस्टम ही भ्रष्ट, विकास का संकट
गोपाल नारायण सिंह इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने बिहार में पूरे सिस्टम को ही भ्रष्ट बता दिया। कहा कि बिहार में करों के सभी रास्ते बंद कर दिए गए। शराबबंदी का कानून बना, लेकिन ठीक से लागू नहीं हुआ। सरकार के पास रेवेन्यू का संकट है। विकासके रास्ते बंद हैं। बेरोजगारी बढ़़ी है। बिहार के युवा रोजगार के लिए बाहर पलायन करने को मजबूर हैं। ऐसे में सरकार के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है।