राजभवन पहुंचा प्रतिमा विवाद, चंद्रशेखर आजाद के रिश्तेदारों ने दी ये चेतावनी
भोपाल
मध्य प्रदेश में शहीद बनाम राजनेता की सियासत गरम है. भोपाल में शहीद चंद्रशेखर आजाद (Shaheed Chandrashekhar Azad) की प्रतिमा वाली जगह पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह (Former Chief Minister Arjun Singh) की प्रतिमा (Statue) लगाने का मामला राजभवन तक जा पहुंच गया है. जबकि पूरे विवाद के सुर्खियों में आने के बाद आज चंदशेखर आजाद के परपोते अमित आजाद (Amit Azad) भोपाल पहुंचे और उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी. अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेने वाले शहीद आजाद का नाम आते ही भले ही हर किसी का मस्तक झुक जाता हो, लेकिन सूबे में इन दिनों चंद्रशेखर आजाद बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के लिए सियासत का बड़ा मुद्दा बन गए हैं.
दरअसल, पूरा मामला राजधानी में चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की प्रतिमा से जुड़ा हुआ है. शहर के लिंक रोड पर ट्रैफिक के नियमों का हवाला देकर आजाद की प्रतिमा को हटाकर फुटपाथ पर लगाया गया था और अब वहां कांग्रेस के दिवंगत नेता अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगाई गई, जिसका अनावरण होना बाकी है. जबकि आजाद के प्रतिमा वाली जगह पर कांग्रेस के नेता की प्रतिमा लगाने पर बीजेपी खुलकर सड़कों पर आ गई है, तो वहीं पूरे मामले के सुर्खियों में आने पर चंद्रशेखर के परिवार से जुड़े रिश्तेदार भोपाल पहुंचे और राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर अपनी आपत्ति दर्ज कराई. अमित आजाद ने कहा है कि यदि अर्जुन सिंह की प्रतिमा की जगह नहीं बदली गई, तो वे 2 दिसंबर को भोपाल में उपवास करेंगे.
भोपाल महापौर आलोक शर्मा ने भी आजाद की प्रतिमा को लेकर कहा है कि किसी की बिना अनुमति के पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा लगाने का फैसला अफसरों ने लिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह इसके विरोध में आजाद के परिजनों के साथ भोपाल में उपवास करेंगे.
इस मामले पर प्रदेश के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगाने का फैसला नगर निगम परिषद का है और प्रतिमा के स्थान को लेकर सियासत ठीक नहीं है.
बहरहाल, प्रतिमा विवाद अब बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासत का बड़ा हथियार हो गया है. ऐसे में अपने अनावरण का इंतजार कर रही अर्जुन सिंह की प्रतिमा से अब पर्दा हटेगा या फिर कांग्रेस के दिवंगत नेता के लिए दूसरी जगह तलाशी जाएगी, इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा.