दिल्ली किसी के बाप की नहीं, बड़े-बड़े आए और चले गए: संजय राउत
नई दिल्ली
महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना के बीच खींचतान जारी है. महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के सरकार गठन की संभावना के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें 170 विधायकों का समर्थन हासिल है और महाराष्ट्र में दिसंबर तक सरकार बन जाएगी.
संजय राउत ने रविवार को कहा, 'हम विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. हमें 170 विधायकों का समर्थन हासिल होगा और हमारी सरकार पांच साल चलेगी और सीएम शिवसेना का ही होगा.' उन्होंने कहा, 'न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर चर्चा हो चुकी है. कल शरद पवार साहब सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. हम अभी बात कर रहे हैं और एक-दूसरे से सभी मुद्दों पर चर्चा चल रही है. कोई बीजेपी के साथ नहीं जाएगा.'
संजय राउत ने बातचीत में कहा, 'हम सदन में 170 विधायकों के आंकड़े के साथ बहुमत सिद्ध करेंगे. शरद पवार अनुभवी हैं, वो सरकार चाहते हैं. इसलिए उनका अनुभव काम आएगा. शरद पवार को लेकर हमारे मन को कोई संशय नहीं हैं. एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर हम अगले पांच साल तक सरकार चलाएंगे.
दिल्ली किसी के बाप की नहीं
शिवसेना सांसद ने कहा, 'सदन में हमारी सीट बदल दी गई. कोई बात नहीं. लेकिन इतना समझ लेना चाहिए दिल्ली किसी के बाप की नहीं हैं. बड़े-बड़े आए और चले गए. दिसंबर के पहले हफ्ते में महाराष्ट्र में सरकार बन जाएगी. बीजेपी ने हमें धोखा दिया है. जो सबके सामने कहा था अब उस से मुकर गए हैं. महाराष्ट्र में अब नेता तो क्या जनता भी बीजेपी के साथ नहीं है.'
हम NDA के संस्थापक हैं
संजय राउत ने कहा कि वो (बीजेपी) मालिक हैं. हमको एनडीए से निकाल दिया. हम तो एनडीए के फाउंडर हैं. सब छोड़ चले गए तो एनडीए में सिर्फ हम और अकाली बचे थे. हम एनडीए के संस्थापक सदस्य हैं. शिवसेना को बाहर करने के लिए एनडीए में किसी से पूछा? कोई बताए. एनडीए का अध्यक्ष या संयोजक कौन है? कौन एनडीए की बैठक बुलाता है?
राज्यसभा सांसद ने कहा कि एनडीए में स्पेशल बैठक बुलाकर चर्चा कीजिए कि किसने धोखा किया. हम आमने-सामने चर्चा को तैयार हैं. एनडीए से निकालने की बात किस आधार पर करते हो? जब जम्मू-कश्मीर में देशद्रोही पार्टी पीडीपी से निकाह किया था, जब उसे एनडीए में लाए थे तब किस से पूछा था? उसके बाद पीडीपी से तलाक़ कर लिया. नीतीश कुमार से हमारे संबंध अच्छे हैं लेकिन हम उन्हें कहना चाहते हैं कि बीजेपी अब उनको धोखा देगी.
एनडीए में सब स्वार्थी हैं!
संजय राउत ने कहा कि सबसे पहले गोधरा कांड के बाद पीएम मोदी पर सवाल उठा कर रामविलास पासवान एनडीए से बाहर गए थे. नीतीश कुमार किस पर सवाल पर उठा कर बाहर गए थे? अब सत्ता के लिए एनडीए में आ गए हैं. आज अकाली दल के अलावा जो भी दल हैं वो सत्ता के लिए साथ आए हैं, वो सत्ता के लिए एनडीए और यूपीए से अंदर और बाहर होते रहते हैं.