कलयुगी कृषण के हाथो में मंडल की निगेहबानी ,शहडोल जिले में भाजपा की मेहरबानी
अपराधी को मंडल अध्यक्ष बनाने की तैयारी
श्रीकृष्ण के खिलाफ हत्या के प्रयास सहित अवैध वसूली के मामले
शहडोल। चाल, चरित्र और चेहरे की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी का असली चेहरा मंडल अध्यक्षों के चुनाव में खुलकर सामने आ रहा है, रायशुमारी और नेताओं के द्वारा सुझाये गये नामों में ट्रांसपोर्ट नगरी से एक ऐसा नाम भी मंडल अध्यक्ष की दौड़ में सामने आया है, जिसके खिलाफ हत्या के प्रयास, चेक बाउंस के मामले लंबित हैं, वहीं भाजपा शासनकाल के दौरान अवैध वसूली के भी आरोप लगते रहे हैं। सब कुछ जानने के बाद भी भाजपा के नेताओं ने अपनी पसंद में कथित पदाधिकारी को मंडल अध्यक्ष बनाने की पूरी तैयारी करते हुए पार्टी की ओर से तय किये गये निर्वाचन अधिकारी के समक्ष भेज दी है।
ये है कलयुगी श्रीकृष्ण की लीला
जिले के सभी मंडलों में बुढ़ार मंडल सबसे अहम माना जाता है, क्योंकि बुढ़ार जनपद पंचायत जिले की सबसे बड़ी जनपद है, जिसके दायरे में 102 पंचायतों आती हैं, इतना ही नहीं प्रदेश की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत बकहो भी शामिल है, वहीं एशिया का दूसरा सबसे बड़ा कागज कारखाना ओरियंट पेपर मिल भी इसी मंडल में आता है, बीते 15 सालों में भाजयुमो के पदाधिकारी रहे श्रीकृष्ण गुप्ता के ऊपर अधिकारियों और कर्मचारियों से चंदा वसूली के आरोपों के साथ ही ट्रांसपोर्ट नगरी के अधिकांश व्यापारियों और दुकानदारों के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े संस्थानों से पार्टी की आड़ में रकम हजम करने का भी आरोप किसी से छिपा नहीं है।
लंबित है कई अपराध
पार्टी की गाइड लाइन ने उम्र की सीमा तो तय की है, लेकिन इसके साथ ही अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली भाजपा ने लगता है अपनी परिभाषा ही बदल डाली, अब इस दौड़ में अपराधी भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, भगवा चोला ओढ़कर पहले दुकानदारों से सामान खरीदा, फिर उन्हें चेक दिया वह भी बाउंस हो गया, बुढ़ार मंडल से श्रीकृष्ण गुप्ता का नाम शामिल है, इन्हें मंडल अध्यक्ष बनाने के लिये सटोरिये, कोल माफिया, खुद भ्रष्टाचार में लिप्त भाजपा पदाधिकारी पूरी जोर लगा रहे हैं, श्रीकृष्ण के ऊपर बुढ़ार के रिजवी बिल्डिंग वक्र्स के द्वारा 03 लाख के चेक बाउंस का मामला, इसके साथ ही अग्रवाल बिल्डिंग वक्र्स का 01 लाख 75 हजार के आसपास चेक बाउंस का मामला कोर्ट में विचाराधीन है, इतना ही नहीं ट्रांसपोर्ट नगरी के प्रतिष्ठित व्यवसायी नवीन सिंघानिया के ऊपर प्राणघातक हमले में शामिल है और यह मामला भी प्रमाणित होने के बाद कोर्ट में लंबित है, ऐसे कथित भगवाधारी को भाजपा पदाधिकारी मंडल का ताज दिलवाने में एडीचोटी लगा रहे हैं।