पिछली सरकारों के राजनीतिक एजेंडे में किसान थे ही नहीं: CM योगी
लखीमपुर खीरी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को जमुनाबाद फार्म में कृषि महाविद्यालय कैम्पस का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने जल्द ही खीरी में एक और कृषि विज्ञान केंद्र और मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने कैम्पस के फैकेल्टी और छात्रों से नई तकनीकों के विकास का आह्वान किया जिससे किसानों की कृषि लागत न्यूनतम हो सके।
खीरी जनपद को प्रदेश का सबसे बड़ा जनपद बताते हुए मुख्यमंत्री ने इसके समग्र विकास की बात कही। उन्होंने किसानों के परिश्रम को सराहा और समय पर खाद, बीज के साथ ही अन्य सुविधावों की व्यवस्था का वादा किया। वहीं मुख्यमंत्री ने गोल गोकर्णनाथ के विकास को लेकर कहा कि यह केंद्र विश्वप्रसिद्ध है। यहां का विकास करेंगे।
गन्ना भुगतान को लेकर योगी ने मिलों को चेतावनी दी। कहा कि खीरी की 6 मिलों ने भुगतान कर दिया है। शेष तीन मिलें जल्द से जल्द किसानों का बकाया दें। मुख्यमंत्री ने गणना समितियों को पुनर्जीवित करने की भी बात कही। इस बार सात हजार क्रय केंद्र खोलने को कहा है। साथ ही तौल के 72 घंटे के अंदर किसानों के खाते में भुगतान करने के आदेश दिए हैं।
सपा बसपा पर निशाना साधा
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा और बसपा पर निशाना साधा। कहा कि सरकारों के राजनीतिक एजेंडे में किसान थे ही नहीं। अब मोदी सरकार ने अन्नदाताओं के लिए सोचा है।
तीन गांव को राजस्व का दर्जा देने का प्रस्ताव मंगा
मुख्यमंत्री ने खीरी के तीन वनटांगिया गांव को राजस्व का दर्जा देने के लिए अधिकारियों से प्रस्ताव मंगा है। उन्होंने कहा कि इन गांव के लोगों की भी अधिकार मिलने चाहिए। एक वर्ष के अंदर सभी सुविधाएं देने का वादा किया।
संसद-विधायक की तारीफ
मुख्यमंत्री ने खीरी के दोनों सांसदों और विधायक की तारीफ की। बोले ये दिल्ली और लखनऊ में जिले के विकास के लिए अथक प्रयास करते हैं। इनकी मेहनत से ही योजनाएं खीरी में आ रही हैं।
मुख्यमंत्री ने खीरी के तीन वनटांगिया गांव को राजस्व का दर्जा देने के लिए अधिकारियों से प्रस्ताव मंगा है। उन्होंने कहा कि इन गांव के लोगों की भी अधिकार मिलने चाहिए। एक वर्ष के अंदर सभी सुविधाएं देने का वादा किया।
संसद-विधायक की तारीफ
मुख्यमंत्री ने खीरी के दोनों सांसदों और विधायक की तारीफ की। बोले ये दिल्ली और लखनऊ में जिले के विकास के लिए अथक प्रयास करते हैं। इनकी मेहनत से ही योजनाएं खीरी में आ रही हैं।