डेढ़ साल पहले अस्पताल में कुश को लावारिस छोड़ गई थी मां, अब यूरोप के दम्पति ने लिया गोद
नीमच
मध्य प्रदेश के नीमच (Neemuch) के स्थानीय शिशु गृह के डेढ़ वर्षीय कुश (Kush) की किस्मत अब बदलने जा रही है. जी हां, अब तक अनाथ हो कर शिशु गृह में पल-बढ़ रहे कुश को सात समंदर पार मां-बाप मिल गए हैं. आपको बता दें कि यूरोप (रिपब्लिक ऑफ माल्टा) से आए दम्पति ग्लेन जॉर्ज ग्रिमों (Glenn George Grimon) और उनकी पत्नी काथिया ग्रिमों (Katia Grimon) ने कुश को गोद लेने की प्रक्रिया को पूरा किया है. साफ है कि सारी लीगल औपचारिकताओं को पूरा कर वे कुश को अपने साथ ले जाएंगे.
बहरहाल, कुश को करीब डेढ़ साल पहले किसी ने अपनी बदकिस्मत समझते हुए सरकारी अस्पताल में छोड़ दिया था. इसके बाद उसका लालन पालन स्थानीय शिशु गृह में हो रहा था, लेकिन अब उसे माता-पिता मिल गए.
रिपब्लिक ऑफ माल्टा से आए दम्पति ग्लेन जॉर्ज ग्रिमों ओर उनकी पत्नी काथिया ग्रिमों कुश को पाकर बेहद खुश भी नजर आईं, क्योंकि उनकी शादी के 14 साल बाद भी वे निःसंतान थे और वे पिछले एक साल से बच्चे को गोद लेने के प्रयास में थे. जब उन्हें भारत में अपने देश की एजेंसी के माध्यम से कुश की जानकारी मिली, तो वे नीमच आ गए और लीगल रूप से कुश के माता-पिता बन गए हैं.
शिशु गृह की संचालिका उषा गुप्ता ने बताया कि एक दिन का ही था जब कुश उनके शिशु गृह में आया था, लेकिन आज डेढ़ साल बाद उसे एक अच्छा परिवार यूरोप से मिला है. कुश के पिता यूरोप की शीप कंपनी में फ़ाईनेंस ऑफिसर हैं.
यूरोप से आए ग्लेन जॉर्ज ग्रिमों और उनकी पत्नी काथिया ग्रिमों ने कहा कि उनकी शादी 14 साल पहले हुई थी, लेकिन अब तक उनके कोई संतान नहीं हुई थी. ऐसे में उन्होंने बच्चे को गोद लेने का निर्णय लिया जिसके लिए उन्होंने यूरोप की एजेंसी से संपर्क किया. उस कंपनी के जरिए हमें भारत के नीमच में बच्चे की जानकारी मिली और फिर हमने कुश को गोद लेने का निर्णय लिया. आज हम उसे अपने साथ लेने आएं हैं और कुश को पाकर बहुत खुश हैं.