सोनिया से कांग्रेस नेता- सरकार नहीं तो पार्टी खत्म
नई दिल्ली
महाराष्ट्र कांग्रेस के ज्यादातर नेता किसी भी सूरत में महाराष्ट्र सरकार में शामिल होना चाहते हैं। पार्टी नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी इस बारे में स्पष्ट कहा है कि अगर पार्टी सरकार बनाने में नाकाम रहती है तो प्रदेश में उसका खत्म होना लगभग तय है। सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष ने बहुत मजबूत अंदाज में शिवसेना के साथ गठबंधन पर जोर दिया। देर तक चली बैठक में पार्टी नेताओं की राय थी कि अस्तित्व की लड़ाई में पार्टी के लिए सरकार में शामिल होना बहुत जरूरी है।
प्रदेश के वरिष्ठ नेता शिवसेना के साथ गठबंधन के पक्ष में
महाराष्ट्र कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं जैसे अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, बालासाहेब थोराट, माणिकराव ठाकरे और रजनी पाटील ने स्पष्ट तौर पर सरकार बनाने का सुझाव दिया। प्रदेश पार्टी नेताओं की राय है कि भगवा पार्टियों में चुनाव नतीजों के बाद आई इस फूट के मौके को किसी सूरत में हाथ से जाने नहीं देना चाहिए। कांग्रेस को आगे बढ़कर इस मौके का फायदा उठाते हुए सरकार में शामिल होना चाहिए।
जीते हुए विधायक सरकार में शामिल होने को उत्सुक
प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष से यह भी कहा कि जीते हुए विधायक सरकार में शामिल होना चाहते हैं। ज्यादातर जीते हुए विधायकों का कहना है कि वह अपनी छवि और अपने दम पर चुनाव जीतने में सफल रहे। पार्टी नेताओं ने यह भी कहा कि जीत के कारण कुछ विधायक आक्रामक तेवरों में भी नजर आ रहे हैं। फिलहाल विधायकों के टूटने के डर के कारण उन्हें जयपुर में रखा जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ज्यादा दिन तक संतुलन नहीं रखा जा सकता और बीजेपी द्वारा विधायकों के तोड़ने का डर बना रहेगा।
महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं से सहमत नहीं कुछ वरिष्ठ
ऐसा नहीं है कि कांग्रेस में शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर सबकी राय एक जैसी है। पार्टी के दूसरे राज्यों के वरिष्ठ नेता शिवसेना के साथ जाने के फैसले के पूरी तरह खिलाफ हैं। इनमें एके एंटनी, मुकुल वासनिक और पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटील शामिल हैं। इन तीनों वरिष्ठ नेताओं ने सेना के साथ गठबंधन के खिलाफ अपनी राय जाहिर की। वरिष्ठ नेताओं का तर्क है कि शिवसेना की उग्र हिंदुत्ववादी छवि के साथ समझौता करने का खामियाजा कांग्रेस को दूसरे राज्यों में उठाना पड़ सकता है।