JNU में बढ़ी फीस पर उबाल, सड़क पर छात्र
नई दिल्ली
फीस में इजाफे समेत कई मुद्दों पर बीते कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र अब दिल्ली की सड़कों पर उतर आए हैं। यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को परिसर से बाहर आयोजित किए जाने से भी छात्र खफा हैं। फीस में इजाफे और दीक्षांत समारोह के विरोध में छात्रयूनिवर्सिटी से लेकर वसंत कुंज स्थित कार्यक्रम स्थल तक मार्च निकाल रहे हैं। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बेहद कड़ी कर रखी है। सुबह 8 बजे ही छात्र यूनिवर्सिटी की एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग पर जमा हुए और वहां से कार्यक्रम स्थल तक मार्च शुरू किया। बता दें कि इस आंदोलन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, आईसा, एआईएसएफ और एसएफआई सभी छात्र संगठन हिस्सा ले रहे हैं।
आंदोलनकारी छात्र नेताओं का कहना है कि वह दीक्षांत समारोह के कार्यक्रम स्थल के पास ही प्रदर्शन करेंगे। एक आंदोनकारी छात्र ने कहा, 'हम बीते 15 दिनों से फीस में इजाफे का विरोध कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी में कम से कम 40 फीसदी छात्र ऐसे हैं, जो गरीब परिवारों से आते हैं। आखिर ये छात्र कैसे अपनी पढ़ाई जारी रख पाएंगे?'
'सस्ती फीस बिना मंजूर नहीं दीक्षांत समारोह'
छात्रों का कहना है कि उन्हें बिना सस्ती एजुकेशन के उन्हें दीक्षांत समारोह मंजूर नहीं है। हॉस्टल फीस बढ़ोतरी का मामला यूनिवर्सिटी में काफी आगे जा चुका है और अब तक कोई हल नहीं निकला है। दीक्षांत समारोह मे उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू के अलावा एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक भी पहुंच रहे हैं।
इस बार जेएनयू से बाहर हो रहा दीक्षांत समारोह
बता दें कि इस बार कैंपस के ऑडिटोरियम में जगह की कमी बताते हुए जेएनयू प्रशासन ने दीक्षांत समारोह यूनिवर्सिटी से बाहर वसंत कुंज में ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ऑडिटोरियम में रखा है। जेएनयू के गोल्डन जुबली साल के इस दीक्षांत समारोह में करीब 460 स्टूडेंट्स को पीएचडी डिग्री दी जाएगी।
यूनिवर्सिटी ने कहा, जगह की कमी के चलते बाहर आयोजन
जेएनयू के रेक्टर 2 डॉ एस सी गड़कोटी का कहना है कि जेएनयू के किसी भी ऑडिटोरियम में 300 से ज्यादा सीटें नहीं हैं। इस वजह से इस बार दीक्षांत समारोह बाहर रखना पड़ रहा है, क्योंकि स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है। उनके साथ उनके पैरंट्स भी पहुंचेंगे। साथ ही स्टूडेंट्स के गाइड, जेएनयू टीचर्स भी होंगे। जहां समारोह रखा गया है, वहां करीब 800 सीटें हैं।