पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और तूफान के चलते पेड़ उखड़े, एक की मौत
कोलकाता
उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश का कारण बना चक्रवाती तूफान अब कोलकाता में अपना असर दिखा रहा है। कोलकाता में इस चक्रवात के चलते तेज हवाएं और भारी बारिश जारी है। इस ताकतवर तूफान के कारण राज्य में कई स्थानों पर पेड़ गिरने की भी खबरें हैं कई जगहों पर सड़क संपर्क टूट गया है। समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक पेड़ गिरने से राज्य में अब तक एक व्यक्ति की मौत की भी खबर है।
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अब यह तूफान सागर आइलैंड (प. बंगाल) और खेपुपारा (बांग्लादेश) के बीच से होते हुए सुंदरबन डेल्टा को पार करता हुआ उत्तर-पूर्वी भारत की ओर जाएगा। मौसम विभाग ने अगले तीन घंटे इस चक्रवात को 'गंभीर' श्रेणी में रखा है। इसके बाद इसके कमजोर पड़ने का अनुमान जताया है। 'बुलबुल' के कारण कोलकाता एयरपोर्ट के संचालन पर भी 12 घंटे के लिए रोक लगाई गई है। यह रोक सुबह (रविवार) 6 बजे तक जारी रहेगी।
पश्चिम बंगाल के कुछ लोगों ने सोशल मीडिया टि्वटर पर इस भयानक तूफान के कुछ विडियो अपलोड किए हैं। विडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि राज्य में कई जगह अभी भी तेज हवाएं और भारी बारिश जारी है। राज्य भर में 'बुलबुल' से निपटने के लिए तमाम आपदा प्रबंधन एजेंसियां अलर्ट पर हैं। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शीर्ष अधिकारियों के साथ तूफान की स्थिति और राहत कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि पेड़ गिरने से शहर के एक क्लब में एक व्यक्ति की मौत हो गई। कोलकाता नगर निगम शहर के निचले इलाकों में पानी की निकासी के लिए हाई-पावर पंपों के साथ मुस्तैदी से जुटा हुआ है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वे खुद स्थिति की निगरानी कर रही हैं और बुलबुल तूफान से लड़ने के लिए प्रशासन हरसंभव इंतजाम कर रहा है। सीएम बनर्जी ने नागरिकों से शांति कायम रखने और परेशान न होने का आग्रह किया है।
पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र में निचले इलाकों में रहने वाले एक लाख 64 हजार 315 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। इस बीच राहत और बचाव कार्यों के लिए भारतीय नेवी अपने तीन जहाजों के साथ बंगाल की खाड़ी में मदद के लिए तैनात है। राज्य के तटीय इलाकों समेत पश्चिमी और पूर्वी मिदनापुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना में 80 से 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं। मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि धीरे-धीरे ये हवाओं की गति में और इजाफा होगा और यह 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच सकती है।