गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने पर कांग्रेस भड़की
भोपाल
मोदी सरकार द्वारा गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने पर कांग्रेस भड़क गई है। नेताओं द्वारा लगातार इस फैसले पर सवाल खड़े किए जा रहे है।एमपी में भी कांग्रेस नेताओं द्वारा एक के बाद ट्वीट कर इसका विरोध किया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जहां इस फैसले का विरोध किया है वही एमपी कांग्रेस ने इसे बदले की राजनीति बताया है।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी ने भी इस गलत करार दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि इंदिरा गांधी परिवार पर से SPG की सुरक्षा हटाने के निर्णय का मैं विरोध करता हूँ। इस परिवार के दो पूर्व प्रधान मंत्री आतंकवाद के शिकार हो चुके हैं। राजीव गांधी जी की सुरक्षा भी हटाई गयी थी यह तथ्य हमें नहीं भूलना चाहिए। मोदी जी व अमित शाह जी इस निर्णय पर पुनर्विचार करें।
कांग्रेस के दिग्गज नेता सुरेश पचौरी ने भी मोदी सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। पचौरी ने ट्वीट कर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने लिखा है कि गांधी परिवार के दो प्रधानमंत्रियों ने देश की एकता व अखण्डता की ख़ातिर अपनी क़ुर्बानी दी। उसी परिवार की SPG सुरक्षा हटाना निंदनीय है।Justice Verma commission ने स्पष्ट उल्लेख किया था कि राजीव गाँधी को पर्याप्त सुरक्षा मिलती तो उनकी मौत नहीं होती।
वही मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भी अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडलर से नाराजगी जाहिर की है और लिखा है कि गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा वापस करना बीजेपी की संकीर्ण सोच और दूषित भावना का प्रतीक है। बीजेपी सरकार ने गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा वापस लेकर बदले की राजनीति का सबसे निम्न और कुत्सित उदाहरण पेश किया है।मोदी जी, जीवन और सुरक्षा पर भी राजनीति..?
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने गांधी परिवार( सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका ) की एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन फोर्स) सुरक्षा हटाने का फैसला लिया है।केंद्र सरकार की ओर से अब गांधी परिवार को पूरे भारत में सीआरपीएफ की 'जेड प्लस' सुरक्षा दी जाएगी। मंत्रालय का मानना है कि फिलहाल गांधी परिवार को कोई खतरा नहीं है और ऐसे में उसके सदस्यों के लिए एसपीजी के बजाय जेड प्लस सुरक्षा पर्याप्त होगी। राजीव गांधी की हत्या के बाद पूरे गांधी परिवार को एसपीजी सुरक्षा कवर देने का फैसला किया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री पर 1991 में आतंकी संगठन लिट्टे ने आत्मघाती हमला करवाया था। यह हमला तब हुआ था जब वे आम चुनाव के लिए प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में थे।फैसले के बाद अब देश में एसपीजी सुरक्षा सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी के पास रहेगी।