पोस्टर-बैनर विवाद से परेशान इंदौर नगर-निगम चला पुलिस की चाल, बीट सिस्टम लागू
इंदौर
इंदौर (indore) को लगातार चौथी बार सफाई में नंबर वन (no 1) बनाने के लिए नगर निगम (municipal corporation) कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहता. अवैध बैनर-पोस्टर (illegal banner-poster) से परेशान निगम ने अब पुलिस की तर्ज पर शहर में बीट सिस्टम लागू कर दिया है. हर बीट में कर्मचारी तैनात कर दिए हैं. अवैध बैनर-पोस्टर रोकने की ज़िम्मेजारी अब इनकी होगी.
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में आए दिन जन्मदिन की बधाई,नेताओं के स्वागत,राजनैतिक रैलियां और धार्मिक आयोजनों के अवैध बैनर,पोस्टर और होर्डिंग लगा दिए जाते हैं. दो दिन पहले स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के जन्मदिन पर लगे बैनर, पोस्टर से बड़ा विवाद खड़ा हो गया था. को इन्हें हटाने गए नगर निगम के कर्मचारियों को मंत्री के समर्थकों ने जमकर पीटा था. इसी तरह की मारपीट और लड़ाई झगड़े की घटनाएं आए दिन शहर में हो रही हैं जिससे नगर निगम परेशान है.
बीट सिस्टम
इन झगड़े और फसाद से निपटने के लिए नगर निगम ने अब शहर में बीट सिस्टम लागू कर दिया है. शहर के प्रमुख मार्गों और सभी 85 वार्डों में रिमूवल विभाग के 156 कर्मचारियों को तैनात कर दिया है. ये कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्रों में लगने वाले अवैध बैनर पोस्टरों होर्डिंग की जानकारी तत्काल निगम कार्यालय को देंगे. निगम प्रशासन तत्काल उन्हें हटाएगा.
नगर निगम कमिश्नर आशीष सिंह के मुताबिक बैनर पोस्टर के कारण रोज-रोज के विवाद को रोकने के लिए ये व्यवस्था कारगर सिद्ध होगी. अब अवैध बैनर पोस्टर लगते ही उन्हें हटा दिया जाएगा.साथ ही इन कर्मचारियों की जवाबदारी होगी कि बैनर पोस्टर लगाने वालों की जानकारी फोटो और वीडियो के साथ नगर निगम कार्यालय को भेजें.
सफाई में चौथी बार नंबर वन बनाने के लिए नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी दिन रात मेहनत कर रहे हैं. स्वच्छता सर्वेक्षण -2020 के लिए बहुत कम समय बचा है. 12 नवंबर के बाद ओडीएफ वेरिफिकेशन के लिए टीम आ जाएगी. दिसंबर में स्टार रेटिंग और जनवरी में स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए टीम आएगी. तीनों के अंकों के आधार पर रैंकिंग तय होगी. इस बार बारिश ज्यादा समय होने के कारण शहर के रोड और फुटपाथ की स्थिति ज्यादा खराब हुई है,उसे दुरुस्त किया जा रहा है.जहां-जहां लिटरबिन टूट गए हैं या रोड निर्माण के दौरान हटा दिए गए हैं,उन्हें व्यवस्थित किया जा रहा है.ग्रीन वेस्ट उठाने के लिए ज्यादा गाड़ियां तैनात की जा रहीं हैं. बगीचों का कचरा सड़क पर ना छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं. डिस्पोजल का उपयोग रोकने के लिए बर्तन बैंक को और सक्रिय किया जा रहा है.