पेट्रोल पंप मालिक को लगाई 46 लाख की चपत
गुड़गांव
सेक्टर-50 थाना पुलिस ने एक पैट्रोल पंप मालिक की शिकायत पर उसी के मैनेजर पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोप है कि मैनेजर ने पंप पर धोखाधड़ी करके लाखों रुपये की रकम सप्लायर को देने की बजाय अपने भाई को दे दी। इसके अलावा पंप पर कई बार टैंपरिंग करते भी वह पकड़ा गया। सप्लायर की ओर से लाखों की आउटस्टेंडिग का कॉल आने के बाद पंप मालिक को यह जानकारी मिली। पुलिस ने इस बारे में शिकायत के बाद मैनेजर पर कार्रवाई की है।
अपने खाते में जमा कराता रहा रुपये
पुलिस को दी शिकायत में सुखजीत मान ने बताया कि उनका पैट्रोल पंप गॉल्फ कोर्स रोड पर है। उनके यहां पर फरीदाबाद के गांव तिलपत निवासी हरीचंद उर्फ शिवकुमार बीस साल से मैनेजर था। वह करीब पांच साल से उनके पंप पर धोखाधड़ी कर रहा था। वह पंप पर आने वाली नकदी को बैंक में जमा करवाने की बजाय अपने अकाउंट में जमा करवाता था। उसके चार बैंक अकाउंट है। जबकि कुछ रकम उसने अपने भाई भगवत के अकाउंट में भी जमा करवाई।
काफी समय से कर रहा था फर्जीवाड़ा
10 अक्टूबर को पंप मालिक के पास हिंदुस्तान पैट्रोलियम से कॉल आया कि उनका आउट स्टैंडिंग 36 लाख से अधिक हो गया है तो इसकी जानकारी उनको मिली। इस पर जब उसने मैनेजर से पूछा तो उसने बताया कि गलती से उनके पास मैसेज आया है। इसके दो दिन बाद जब पंप मालिक ने दूसरे मैनेजर से पूछा तो पता चला कि काफी समय से पंप पर आने वाली नकदी न तो बैंक में जमा करवाई जा रही है और न ही सप्लायर को दी जा रही है। इससे पहले आरोपी मैनेजर सेल और स्टॉक के गलत आंकड़ें लिखकर भी मालिक को गुमराह करता रहा।
खुद का पैट्रोल पंप खोलना चाहता था
पंप मालिक सुखजीत सिंह ने बताया कि वह 20 साल से उसके पास काम कर रहा था। वह अपने भाई के साथ मिलकर अलग से पंप खोलना चाहता था। इसलिए उसने ऐसा किया। उसने पंप पर भी टैंपरिंग की। 17 अक्टूबर को वह पंप से बिना कहे चला गया। इस पर 20 अक्टूबर को पंप मालिक ने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने इस शिकायत के बाद आरोपी को नामजद कर केस दर्ज कर लिया। आरोप है कि 46 लाख 35 हजार 458 रुपये की हेराफेरी पंप से की गई। इसके अलावा टैंपरिंग कर भी लाखों रुपये का नुकसान पहुंचाया।