पुलिसvsवकील: जॉइंट सीपी का भरोसा, वकीलों पर भी दर्ज FIR
नई दिल्ली
वकीलों द्वारा अपने खिलाफ मारपीट से आक्रोशित सैकड़ों पुलिसकर्मी अपने ही मुख्यालय के बाहर इंसाफ की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। महकमे के आला अधिकारियों की उन्हें मनाने की अबतक की सारी कोशिशें अब तक नाकाम दिख रही हैं। प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।
एलजी की सलाह, जख्मी पुलिसकर्मियों का हाल जानें आला अफसर
दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल ने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर और सीनियर पुलिस ऑफिसरों को सलाह दी है कि वे घायल पुलिसकर्मियों से मिलने जाएं और उनके परिवारों से बात करें। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा। साथ ही उन्होंने दिल्ली के मुख्य सचिव को भी निर्देश दिया है कि वे घायल पुलिसकर्मियों और वकीलों के लिए बेस्ट मेडिकल इलाज का भी इंतजाम करें।
जॉइंट सीपी ने दिया इंसाफ का भरोसा, आरोपी वकीलों के खिलाफ FIR
दिल्ली पुलिस के जॉइंट कमिश्नर देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मियों को इंसाफ का भरोसा देते हुए उन्हें काम पर लौटने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मारपीट के आरोपी वकीलों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी और जख्मी पुलिसकर्मियों का सर्वश्रेष्ठ इलाज होगा। हालांकि, प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मी इससे संतुष्ट नहीं हुए।
साकेत मामले में FIR, उचित धाराओं में होगी कार्रवाई: जॉइंट सीपी
दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर डटे प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों को खुद पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने संबोधित किया और उनसे काम पर लौटने की अपील की। सीपी की अपील के बाद भी प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं। इसके बाद तमाम आला अधिकारियों ने आक्रोशित पुलिसकर्मियों को मनाने की कोशिश की। जॉइंट सीपी देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मियों से कहा कि तीस हजारी कोर्ट में 2 नवंबर की घटना में जो पुलिसवाले घायल हैं, उनका सर्वश्रेष्ठ इलाज हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि साकेत कोर्ट में पट्रोलिंग कर रहे पुलिसकर्मी की पिटाई के मामले में FIR दर्ज है और उचित कार्रवाई होगी।
"आपकी सभी मांगों पर गौर किया जाएगा। साकेत और तीस हजारी कोर्ट के मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है। प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ नहीं होगी विभागीय कार्रवाई।"-देवेश चंद्र श्रीवास्तव, जॉइंट सीपी
डटे हुए हुए हैं प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मी
जॉइंट सीपी के आश्वासनों से भी पुलिसकर्मी संतुष्ट नहीं हुए और काम पर लौटने से इनकार कर दिया। इस दौरान जॉइंट सीपी ने ट्रेनिंग के समय पुलिसकर्मियों को पिलाई गई अनुशासन की घुट्टी की याद दिलाते हुए इशारों-इशारों में यह भी संकेत दिया कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है लेकिन प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मी टस से मस नहीं हुए।
प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों ने रखीं ये मांगें
ये हैं पुलिसकर्मियों की मुख्य मांगें
1.सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मी की बहाली
2. घायल पुलिसकर्मियों को उसी प्रकार मुआवजा जैसे वकीलों को दिया गया है, और वैसी ही इलाज की सुविधा
3.आरोपी वकीलों पर कार्रवाई
4. दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ अपील की जाए
5. उन वकीलों की पहचान जिन्होंने कॉन्स्टेबल के साथ मारपीट की
6. तीस हजारी कोर्ट में गड़बड़ी करने वाले वकीलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
7.पुलिस वेलफेयर यूनियन बनाई जाए, ताकि भविष्य में किसी भी समस्या में हमारे हितों का ध्यान रखा जाए
8. आज आंदोलन करने वाले पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई न की जाए