नाथ सरकार का पशु संजीवनी मुफ्त सेवा बंद करने का फैसला
भोपाल
सत्ता में आने के बाद से ही कमलनाथ सरकार शिव 'राज' में शुरु हुई योजनाओं को एक के बाद एक बंद करते जा रही है। अब सरकार पशु संजीवनी मुफ्त सेवा बंद करने का फैसला किया है। खबर है कि भाजपा सरकार में शुरू हुई पशु संजीवनी मुफ्त सेवा अब मुफ्त नहीं रहेगी। पशु संजीवनी सेवा के लिए अब पशु मालिकों को राशि चुकानी होगी। पशु पालकों को मवेशियों के इलाज के लिए 100 रूपए का शुल्क तय किया गया है।इस योजना के बंद होने पर बीजेपी ने सवाल उठाए है।
पशु संजीवनी सेवा भाजपा सरकार में शुरू की गई थी। पशु संजीवनी सेवा के जरिए पशुओं का मुफ्त इलाज किया जाता था, लेकिन अब पशुओं के इलाज के लिए शुल्क चुकाना होगा। भेड़,बकरी,गाय,भैंस के इलाज के लिए 100रूपए की फीस देना होगी। पशुओं के इलाज के लिए कॉल करने पर घर आने वाली पशु संजीवनी सेवा से इलाज तो होगा पर मुफ्त नहीं होगा।कॉल सेंटर के नंबर 1962 पर कॉल करने पर पशु संजीवनी वाहन व विशेषज्ञ घर जाकर पशुओं का इलाज करते हैं।
प्रदेश भर में 313पशु संजीवनी वाहन संचालित हो रहे है।इस सेवा को बंद करने के पीछे अधिकारियों का तर्क है कि वेबजह के कॉल से मुक्ति पाने के लिए यह कदम उठाया गया है ताकि लोग अब मुफ्त सेवा के बदले संजीवनी वाहन के डॉक्टरों को परेशान ना करें।हालांकि सरकार के इस फैसले को राजनैतिक चश्मे से भी देखा जा रहा है। माना ये भी जा रही है कि चूंकि ये सेवा बीजेपी सरकार ने शूरू की थी, इसलिए कमलनाथ सरकार ने इसे समाप्त करने का निर्णय लिया है।