कानपुर में पुलिस-वकील में झड़प, उत्तराखंड-राजस्थान में भी प्रदर्शन
देहरादून
वकील-पुलिस के बीच झपड़ का एक ताजा मामला फिर चर्चा में आया है. यूपी के कानपुर में वकीलों ने पुलिस की गाड़ियों पर हमला बोला. साथ ही पुलिसकर्मियों से मारपीट की भी बात कही जा रही है. हालांकि पुलिस का कहना है कि ऐसी कोई घटना की सूचना नहीं है. बता दें कि दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस घटना के बाद सोमवार को कई राज्यों में वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया.
सीओ की गाड़ी के शीशे तोड़ने का आरोप
पुलिस के खिलाफ वकीलों का आक्रोश सोमवार को भी दिखा. बताया जा रहा है कि कानपुर में महिला थाने के पास कुछ वकीलों ने सीओ जीआरपी की गाड़ी के शीशे तोड़े दिए. वहीं, पास में खड़ी एक दरोगा की बाइक को नुकसान पहुंचाया. साथ ही वकीलों ने दरोगा के साथ अभद्रता भी की. इसके बाद वकीलों ने कचहरी के पास रोड जाम किया.
वहीं, सूचना के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. मौके पर मोर्चा संभालते हुए एसपी ग्रामीण प्रदुम्न सिंह ने कहा कि वकीलों ने रोड जमा किया, लेकिन तोड़फोड़ और मारपीट की कोई सूचना नहीं है. इधर, महिला सिपाही रंजीता ने कहा कि वकीलों ने सीओ की गाड़ी तोड़ी और दरोगा के साथ मारपीट की.
राजस्थान में वकीलों ने किया बहिष्कार
राजस्थान में सोमवार को प्रदेश भर में वकील दिल्ली के वकीलों के समर्थन में एक दिन की हड़ताल पर रहे. यह बहिष्कार राजस्थान हाई कोर्ट बार काउंसिल, राजस्थान हाई कोर्ट बार काउंसिल एसोसिएशन के अधीनस्थ अदालतों के वकीलों की पहल पर की गई. राजस्थान में वकीलों की मांग है कि दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के मामले में पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की जाए. वकीलों ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग भी की है.
दून कोर्ट परिसर में वकीलों ने की नारेबाजी
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में अधिवक्ताओं और पुलिस की बीच हुई झड़प के खिलाफ देहरादून बार एसोसिएशन ने दून कोर्ट में दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एक दिन का कार्य बहिष्कार किया. अधिवक्ताओं ने कोर्ट परिसर में नारेबाजी के साथ जिलाधिकारी कार्यालय तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया. बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने जलियांवाला कांड दोहराया है. जिसका हम घोर विरोध करते हैं.
क्या है मामला
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. मामला इतना बढ़ा गया था कि पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. वहीं गुस्साए वकीलों ने पुलिस जीप के साथ-साथ कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. वकीलों ने कोर्ट परिसर में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की. इस झड़प में वकीलों ने कई पुलिस वालों के साथ भी मारपीट की थी.