बरकतउल्ला विश्वविद्यालय : प्रोफेसरों का पेपर बनाने से इंकार, अधिकारियों की चिंता बढ़ी
भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने आज से पीजी में एमए, एमससी और एमकाम के तीसरे सेमेस्टर की स्पेशल एटीकेटी के एग्जाम लेना शुरू कर दिया है। लेकिन प्रोफेसरों ने बीयू को पेपर बनाने से इंकार कर दिया है। इससे अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। कुछ परीक्षाएं प्रभावित हो सकती हैं। आज से शुरू होने वाली परीक्षाएं सात नवंबर तक चलेंगी। करीब तीस फीसदी प्रोफेसरों ने पेपर तैयार करने से इंकार कर दिया है।
पेपर न बनाने और कॉपियां चैक न करने को लेकर दोहरी बात सामने आई है। कुछ प्रोफेसरों का कहना है कि बीयू ने उन्हें पिछला भुगतान नहीं किया है। इसलिए वे पेपर बनाना नहीं चाहते हैं।
लेकिन कुछ प्रोफेसरों ने बड़ी बेरुखी से कहा कि हमें एक से दो लाख रुपए तक का वेतन मिलता है पेपर बनाने और मूल्यांकन जैसे काम क्यों करें? हालांकि बीयू के पास करीब एक हजार प्रोफेसर हैं। इसलिए वे दूसरे प्रोफेसरों से पेपर तैयार कराकर परीक्षाएं समय पर करा लेंगे।
बीयू को उच्च शिक्षा विभाग ने समय पर रिजल्ट नहीं देने के कारण नोटिस जारी किया था। रिजल्ट में विलंब होने का कारण भी प्रोफेसरों का समय पर मूल्यांकन कार्य पूर्ण करना नहीं हैं। बीयू के कई प्रोफेसरों ने मूल्यांकन कार्य नहीं किया था। यहां तक उन्होंने प्राचार्यों द्वारा जबरिया कापी देने के बाद भी कापियां वापस कर मूल्यांकन करने से इंकार कर दिया था।