November 24, 2024

यूं एक अफवाह पर तीस हजारी कोर्ट में छिड़ा महाभारत, घंटों चलती रहीं पुलिस और वकीलों में झड़पें

0

नई दिल्ली
तीस हजारी कोर्ट में महज एक अफवाह ने पुलिस वालों और वकीलों के बीच महाभारत छिड़ गया। अफवाह थी कि पुलिस वालों की गोली से एक वकील की मौत हो गई है। फिर क्या था वकील बिफरे तो पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। जनता के मामलों की सुनवाई करने वाली अदालत में उपद्रव की कोई सुनवाई करने वाला न था। हर तरफ बवाल था और अफरातफरी। भारी बवाल में 28 पुलिसवाले और वकील घायल हो गए।

विवाद थमा तो फिर देर शाम को दोनों पक्षों में मीटिंग चलती रही। मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी को सौंप दी गई है। बवाल की सूचना मिलने पर स्पेशल सीपी, जॉइंट सीपी, डीसीपी और अन्य पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। दरअसल, गोली लगने से वकील की मौत की अफवाह कोर्ट परिसर में तेजी से फैली। इससे गुस्साए वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि उन्होंने कई गाड़ियों में आग लगाने के साथ ही पुलिस अफसरों की भी पिटाई कर दी।
 
एक अफसर को बंधक भी बना लिया। कोर्ट केस की तारीख पर आए पुलिस इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर भी भीड़ की चपेट में आ गए। कोर्ट परिसर में जो भी पुलिसवाला दिखा उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर वकीलों ने पीटा। एसएचओ से भी हाथापाई हुई। वकीलों की भीड़ को देख पुलिसवाले भाग खड़े हुए। देर शाम तक गुस्साए वकीलों को शांत कराने की कोशिशें चलती रहीं।

वकील लगातार पुलिस कमिश्नर को बुलाने की जिद पर अड़े रहे। वे आरोपी पुलिसकर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे। इससे पहले कोर्ट के सभी गेट बंद कर दिए गए। देर शाम तक वकीलों की पुलिस अफसरों के साथ बंद कमरे में मीटिंग चलती रही। पुलिस ने वकीलों को कार्रवाई का भरोसा दिया।

हंगामे में 12 से अधिक पुलिसकर्मियों और वकीलों के कपड़े और वर्दी फट गई। साथ ही करीब 15 गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। एक पीसीआर वैन भी आग के हवाले कर दी गई। जेल वैन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। हिंसा का विडियो और फोटो बना रहे दर्जनों लोगों के मोबाइल छीनकर तोड़ दिए गए। घटना को कवर कर रहे कई मीडियाकर्मियों के कैमरे भी तोड़े गए और उनसे बदसलूकी करने का भी आरोप है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की टीम तहकीकात के लिए वायरल वीडियो व मोबाइल से बनी क्लिप जमा कर रही है। जिससे हिंसा की चपेट में आए पुलिस अफसरों व पुलिसकर्मियों पर हमलावरों की पहचान की जा सकेगी।

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, कोर्ट परिसर में आगजनी के दौरान 124 कैदी लॉकअप में फंस चुके थे। कई पुलिसकर्मी व जूडिशल स्टाफ भी फंस गए थे। फोर्स ने सभी को वहां से निकाला। शाम के समय कैदियों को कोर्ट से जेल भेजा जा सका। झड़प के बाद कोर्ट के सारे गेट बंद कर दिए गए थे। जो लोग अपनी तारीखों पर आए हुए थे, उन्हें भी जान बचाकर भागना पड़ा। भारी तादाद में पुलिस जमा हो गई। सामने वकीलों की भीड़ थी। दोनों तरफ से आमने-सामने टकराव के हालात बन गए।

दिल्ली स्थित तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पुलिस और वकीलों में हिंसक झड़प हो गई। जनता के रक्षक और न्याय दिलाने वाले जब आपस में भिड़े तो कोर्ट परिसर का मंजर दंगे जैसा ही था। मौके की तस्वीरें को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वहां क्या हुआ।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *