विधायकों को साथ लेकर राज्यपाल से मिलने पहुंचे आदित्य ठाकरे
नई दिल्ली
महाराष्ट्र में शिवसेना विधायक दल की बैठक में पार्टी ने अहम फैसला लेते हुए एकनाथ शिंदे को पार्टी विधायक दल का नेता चुना है। आदित्य ठाकरे की अगुवाई में सभी चुने गए विधायक के साथ ही एकनाथ शिंदे, दिवाकर राउते, सुभाष देसाई और शिवसेना को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने पहुंचे हैं। खबरों के मुताबिक, शिवसेना विधायक दल के नेता के तौर पर एकनाथ शिंदे का नाम आदित्य ठाकरे ने रखा था। जबकि, सुनील प्रभु शिवसेना के व्हीप चुने गए।
उधर, महाराष्ट्र (Maharashtra) में विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना में खींचतान जारी है। चुनाव परिणाम के एक हफ्ते गुजर जाने के बावजूद भी सरकार को लेकर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है। ऐसे में शिवसेना के इस फैसले के बाद बीेजपी के साथ उसका रिश्ता और बिगड़ सकता है।
इस बीच शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार की तरफ से शिवसेना को 13 से ज्यादा सीट पर डिजर्व करने के बयान पर उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा- “क्या मुनगंटीवार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं? जो-जो प्रमुख नेता हैं या तो वो हार गए हैं या उनको सत्ता से दूर रखने की साजिश चल रही है मेरा हिसाब से।”
गौरतलब है कि बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बीजेपी की तरफ से 13-26 के फॉर्मूले के प्रस्ताव पर कहा था- हम इन सभी चीजों पर चर्चा कर रहे हैं लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि शिवसेना 13 से ज्यादा सीटें डिजर्व करती है।
अठावले को नहीं 50-50 का फॉर्मूला मंजूर
उधर, उधर रिपबल्किन पार्टी ऑफ इंडिया के चीफ रामदास अठावले ने कहा कि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को साफतौर पर बहुमत मिला है। बुधवार को देवेन्द्र फडणवीस विधायक दल का नेता चुने गए हैं। हमने सिर्फ उनके ही नाम का समर्थन किया है क्योंकि वे ही सिर्फ हमारी तरफ से रनर हैं। राम दास अठावले ने कहा कि वे चाहते हैं कि पांच साल तक के लिए सिर्फ एक ही मुख्यमंत्री बनाया जाए।