हेलीकॉप्टर किराए के नाम पर पूर्व सरकार ने किए अरबों रुपए खर्च: मंत्री पीसी शर्मा
भोपाल
मध्य प्रदेश सरकार पर कर्ज का भारी बोझ है। जिस कारण कमलनाथ सरकार ने सत्ता में आते ही मंत्रियों और अफसरों की सुविधाओं में कटौती करते हुए फिजूलखर्ची पर रोक लगा दी है। इसकी पहल खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की है। वह विमान में अपनी निजी खर्च से यात्रा करते हैं। मंगलवार को जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने इस मामले में पूर्व सरकार भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ फिजूलखर्ची को रोक रहे हैं। वह अपने निजी हेलीकॉप्टर और विमान का उपयोग कर रहे हैं जिसका वह किराया तक नहीं ले रहे हैं। वहीं, पूर्व की बीजेपी सरकार ने किराए के नाम पर करोड़ों अरबों रुपए खर्च कर दिए हैं।
दरअसल, सीएम कमलनाथ जुलाई के बाद से ही अपने निजी विमान से यात्राएं कर रहे हैं और अब तक जितनी भी हवाई यात्राएं की हैं। उसका खर्चा भी सरकारी खजाने से नहीं लिया बल्कि वह खुद खर्चा उठा रहे हैं। हालांकि सरकार की तरफ से उनके लिए विमान किराए पर लेने के आदेश जारी हुए थे। पर उन्होने सरकारी विमान नहीं लिया। विमानन संचालनालय के इंजीनियरों ने जुलाई में ही मप्र के अतिविशिष्ट लोगों के लिए प्रयोग होने वाले सरकारी विमान बी-200 को असुरक्षित बताया था। जिसके बाद विमानन विभाग ने मुख्यमंत्री के लिए इस प्लेन के प्रयोग को खतरनाक बताया और किराए पर विमान लेने के आदेश को मंजूरी दी। लेकिन इसके बावजूद सीएम ने विमान किराए पर नहीं लिया बल्कि उन्होंने अपने ही विमान से यात्रा करना सही समझा।