भाईदूज पर सेंट्रल जेल में भाइयों से मिली बहनें, मांगा अपराध न करने का वचन
जबलपुर
नेताजी सुभाषचंद्र बोस केन्द्रीय जेल (Netaji Subhash chandra Bose Central Jail) में भाईदूज (BhaiDooj) पर बहनों को अपने कैदी भाई से मुलाकात कराने के लिए विशेष व्यवस्था की गई. जेल मे बंद कैदी भाइयों का तिलक करने बड़ी संख्या में बहनों की भीड़ उमड़ी. सभी को कड़ी जांच और सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर प्रवेश दिया गया. इस बार ओपन जेल में भाई दूज पर्व पर मुलाकात की व्यवस्था की गई. कैदियों की बहनों की भीड़ को देखते हुए जेल प्रबंधन (Central Jail administration) ने छांव और पेयजल पर विशेष ध्यान दिया ताकि किसी बहन को परेशानी न उठानी पड़े.
पर्व की मान्यता के तहत बहनों ने भाइयों के माथे पर तिलक किया और बदले में भाइयों ने कभी जुर्म न करने का वचन दिया. भाई बहन के पर्व भाईदूज पर कैदी भाई अपनी बहनों से मिल सकें इसके लिए जेल प्रबंधन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए थे. सुबह 7 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक करीब 5 हज़ार मुलाकाती बहनों को भाइयों से मिलाने के लिए जेल प्रबंधन ने व्यवस्था कर रखी थी.
खास बात ये रही की कैदी भाइयों के दिलों मे इस बात की टीस देखी गई कि अगर उन्होंने जुर्म न किया होता तो वे जेल की इन चार दिवारियों मे बंद न होते और उनके परिजनो को परेशानी भी नहीं उठानी पड़ती.