मध्य प्रदेश गान पर ऐसे शुरू हुई सियासत, DA पर अगली कैबिनेट बैठक में फैसला
भोपाल
'सुख का दाता सब का साथी शुभ का ये संदेश है, मां की गोद पिता का आश्रय, मेरा मध्य प्रदेश है'. ये है प्रदेश का गान (Madhya Pradesh anthem) जो बीजेपी सरकार (BJP Government) के दौरान अस्तित्व में आया था, लेकिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस (Congress) की सरकार है और अब इस पर सियासत होने लगी है. मंत्री पीसी शर्मा ने मध्य प्रदेश गान पर तंज कसा. स्थापना दिवस पर इस गान के बजने पर उन्होंने तंज कसते हुए ये जरूर कहा कि बहुत से गान बन गए हैं, ये नया मध्य प्रदेश है. उनके इस बयान के कई राजनैतिक मायने निकाले जा रहे हैं.
बीजेपी सरकार में बने मध्य प्रदेश गान पर अब सियासत होने लगी है. 1 नवंबर को मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस है. इस मौके पर मध्य प्रदेश गान को बजाये जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि, 'बहुत से गान बन गए हैं. ये नया मध्य प्रदेश है. सभी गान बजेंगे.' मध्य प्रदेश गान पर पीसी शर्मा के तंज के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.
मंत्री पीसी शर्मा की मध्य प्रदेश गान संबंधी टिप्पणी पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि, 'मध्य प्रदेश गान प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान, मध्य प्रदेश का सम्मान, उसका गौरव गान है. यह हमारी मध्यप्रदेश की अभिव्यक्ति है, जो राजनीति से परे है. पक्ष विपक्ष से ऊपर है. इस पर कांग्रेस सरकार को घटिया राजनीति नहीं करनी चाहिए.'
पीसी शर्मा ने मध्य प्रदेश गान के अलावा मास्टर प्लान को लेकर भी बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने कार्यकाल में मास्टर प्लान को लागू नहीं कर सकी, लेकिन कमलनाथ सरकार भोपाल के साथ हर जिले का नया मास्टर प्लान बनाकर जल्द लागू करेगी. उनका तर्क है कि नए मास्टर प्लान से पिछड़े क्षेत्रों को लाभ मिलेगा. वहीं मंत्री पीसी शर्मा ने दुनिया में पर्यटन के क्षेत्र में एमपी को तीसरा नंबर मिलने का श्रेय सीएम कमलनाथ को दिया. उन्होंने कहा कि उनकी योजनाओं का प्रदेश के सभी क्षेत्रों को लाभ मिल रहा है. मध्य प्रदेश में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि अब प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों को चलाया जाएगा.
दीपावली से पहले कर्मचारियों को डीए नहीं दिए जाने को लेकर मंत्री पीसी शर्मा ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि दीपावली से पहले सभी कर्मचारियों को वेतन दिया गया है. बीजेपी की सरकार में तो कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलता था, हमने दिवाली से पहले वेतन दिया है. उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को होने वाली कैबिनेट की बैठक में डीए को लेकर फैसला होगा. आपको बता दें कि डीए नहीं दिए जाने को लेकर बीजेपी ने सरकार पर सवाल उठाये थे. पीसी शर्मा ने 5 नंबर स्थित झील का निरीक्षण किया और छठ पूजा के लिए नगर निगम आयुक्त को सभी घाटों की सफाई के साथ सभी इंतजाम करने के निर्देश भी दिए.