रक्षाबंधन के बाद अतिथि विद्वानों की अब दिवाली भी हुई फीकी
भोपाल
कालेजों में पदस्थ अतिथि विद्वानों के हालात बहुत ही ज्यादा बिगड़ चुके हैं। उनके पास अपने परिवार को भरणपोषण को ठीक है उनके पास उपचार कराने तक की राशि नहीं हैं। उपचार के अभाव में अतिथि विद्वान डॉ. संजय राय की पत्नी का निधन हो गया है। इसके बाद भी उसके बेटे ने विभागयी अधिकारियों को दीपावली की बधाई सोशल मिडिया के माध्यम से भेजी है।
प्रदेश के अतिथि विद्वानों को रक्षाबंधन के बाद अब दीपावली भी फीकी मनानी पड़ेगी। इसका कारण वित्त विभाग अतिथि विद्वानों के बजट का आवंटित जारी नहीं कर रहा है। इससे अतिथि विद्वानों के हालात बहुत बुरी तरह बिगड़ चुकी है। बीना कालेज में पदस्थ अतिथि विद्वान डॉ. संजय राय के रेणुका राय पत्नी का निधन रुपए के अभाव में जुलाई में हो चुका है। इसके बाद भी उनके बेटे निकुंज राय ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। आठ साल में पहली बार ऐसा हुआ उनके पिता को पांच माह से वेतन नहीं मिल पाया है, जिसके कारण वह इस साल दीपावली नहीं मना पा रहा है। इसके बाद भी विभागीय अधिकारियों के साथ सभी को दीपावली की हार्दिक शुभाकामनाएं। राज्य के 516 कालेजों में करीब साढ़े पांच हजार अतिथि विद्वान कार्यरत हैं, जो कल वेतन के अभाव में काली दिपावली मनाएंगे।
शासन ने किया आर्डर पास
वित्त विभाग ने आदेश जारी करते हुए सभी कर्मचारी और अधिकारियों को दीपावली मनाने के लिए 24 और 25 अक्टूबर तक अक्टूबर माह का वेतन आवंटित जारी करने का आदेश जारी कर रखा है। इसके बाद भी उच्च शिक्षा विभाग प्रोफेसरों का वेतन नहीं दे पाया है। इसका कारण एचआर हेड में राशि नहीं होना है। इसलिए अब उन्हें नवंबर में वेतन दिया जाएगा।