प्रशासन की नाकामी उजागर मलेरिया से हुई एक और मौत , मौतों का आकडा बढकर पहुंचा बीस निष्क्रिय विधायक को नहीं है जनता की चिंता

जोगी एक्सप्रेस
ब्यूरो अजय तिवारी

यहाँ मौत पर भी होती है सियासत
जिले का यह क्षेत्र हमेशा जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार होता रहा है जिसके कारण इस क्षेत्र में एक भी संजीवनी 108 एम्बुलेंस एवं डॉक्टर की पर्याप्त संख्या न होने के कारण बिते शुक्रवार मलेरिया के प्रकोप से 1 और मौत हो गई | क्षेत्र में व्याप्त असुविधाओं के लिए जितना प्रशासन जिम्मेदार है उतना ही शासन व जनप्रतिनिधि भी इसके लिए जवाबदार है वोट बैंक की राजनीति क्षेत्र में इस तरह हावी है कि चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधियों द्वारा भी इन्हीं मौत ही बीमारी से जूझ रहे ग्रामीणों के यहां भोजन करके समाचार पत्रों में सुर्खियां बटोरकर जनता की सहानुभूति हासिल की जाती है परंतु जब चुनाव पश्चात उक्त क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं को हल करने का विषय उनके समक्ष आता है तो इनके द्वारा समस्याओं को दरकिनार कर आय के साधनों को ही मात्र पूजा जाता रहा है, इन्हीं बातों के कारण आज तक उक्त क्षेत्र में ना तो महतारी एक्सप्रेस 102 ही उपलब्ध हो पाई है और ना ही जान बचाने वाली संजीवनी 108 का कोई अता-पता है |
यहाँ के उपचार के उपर अब भरोषा नही साहेब
ग्रामीणों का तो यहाँ तक कहना है कि शासन प्रशासन द्वारा बाहर से डॉक्टर की संयुक्त मेडिकल टीम बुलाकर शिविर लगाया जाए यहाँ पर उपस्थित डाक्टरों के भरोषे तो सिर्फ मौत ही हाथ लगने वाली है, तथा अभी तक मोहरसोप , बसनारा, कैलाश नगर में डीडीटी पाउडर का छिड़काव भी नहीं किया गया है जबकि प्रशासन डीडीटी छिड़काव संपूर्ण क्षेत्र में करा दिये जाने का दावा कर रही है |
कलेक्टर के सामने 55 वर्षीय महिला ने तोडा दम
सूरजपुर जिला कलेक्टर देवसेनापति बिते दिनो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोहरसोप गए हुए थे जिलाधिश महोदय का निरीक्षण कार्यक्रम चल ही रहा था की कुछ देर पश्चात 55 वर्षीय महिला बुधन पति राम अवतार पनिका कि मृत्यु उक्त स्वास्थ्य केंद्र में हो गया जिसका मलेरिया उपचार 2 दिनो से स्वास्थ्य केन्द्र में चल रहा था परंतु एम्बुलेंस की व्यवस्था न होने के कारण उसकी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के बावजूद भी उसे रिफर नहीं किया जा सका अगर समय पर जीवनदायिनी संजीवनी नाम से जाने वाली एंबुलेंस का सहारा मृतिका को समय पर मिल गया होता तो शायद वह मौत की जंग में यूं ना हारती |