मैग्निफिसेंट मध्यप्रदेश: शासन स्तर पर उद्योगों के लिए नई नीति और कई तरह के संशोधन
भोपाल
मैग्निफिसेंट मध्यप्रदेश को भव्य और सफल बनाने के लिए शासन स्तर पर उद्योगों के लिए नई नीति और कई तरह के संशोधन किए जा रहे हैं। इसमें एक साथ लीज रेंट चुकाने पर छूट तो मिलेगी ही, वहीं पर्यटन से जुड़े प्रोजेक्टों के लिए 90 साल की लीज पर जमीन भी देंगे। वहीं ब्रांड होटलों को सब्सिडी दी जाएगी। ऐसी होटल पर न्यूनतम 100 करोड़ रुपए का निवेश करना होगा। इंदौर एयरपोर्ट पर आने वाले उद्योगपतियों-निवेशकों के स्वागत के लिए एक लाउंज भी तैयार किया जा रहा है। वहीं आयोजन स्थल पर तीन दिन के लिए लगाई जा रही प्रदर्शनी में कम्पनियों के 60 स्टॉल रहेंगे और एक मध्यप्रदेश पैवेलियन भी बनेगा। पीथमपुर में स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क लगभग पूरा हो गया है। इसके साथ 300 करोड़ की वाटर स्कीम का शुभारंभ भी मुख्यमंत्री के हाथों करवाया जाएगा।
18 अक्टूबर को मैग्निफिसेंट मध्यप्रदेश के आयोजन में शासन प्रशासन जुटा है। भोपाल में रोजाना मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ मुख्य सचिव सुधिरंंंजन मोहंती और उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजौरा समीक्षा कर रहे हैं। शनिवार को एकेवीएन एमडी कुमार पुरुषोत्तम भी भोपाल पहुंचे। उन्होंने बताया कि अलग-अलग सत्रों में जिन विषयों पर उद्योगपति चर्चा करेंगे उनका भी कार्यक्रम लगभग तय हो गया है।
समिट को आठ सत्रों में बांटा गया है। हर सत्र में प्रदेश और देश के परिदृश्य में विकास, निवेश और संभावनाओं पर बात होगी। अलग-अलग विषयों में बंटे इन सत्रों में वक्ता के रूप में देश के शीर्ष उद्योगपति मौजूद रहेंगे। 17 वक्ताओं में कुमार मंगलम बिरला से लेकर रसना के पीरुज खंबाटा, अरुण नंदा, निरंजन हीरानंदानी और संजीव बजाज जैसी हस्तियां शामिल होंगी। आठ सत्र ब्रिलियंट कन्वेंशन के चारों सभागृह में समानांतर चलेंगे। मप्र लॉजिस्टिक हब विषय पर गति लिमिटेड के सीईओ महेंद्र अग्रवाल और टीएम इंटरनेशनल लॉजिस्टिक के चेयरमैन संदीपन चक्रवर्ती बोलेंगे। एमपी इमर्जिंग इनोवेशन हब विषय पर नीति आयोग के सीईओ अमिताभकांत और नेसकॉम के अध्यक्ष देबजानी घोष बोलेंगे।
शासन आने वाले उद्योगपतियों-निवेशकों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है और ताबड़तोड़ नीतियों में भी परिवर्तन किया जा रहा है। फार्मास्युटिकल्स, आईटी सेक्टर से लेकर अन्य क्षेत्रों में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत बदलाव किए जा रहे हैं। 15 अक्टूबर को होने वाली कैबिनेट में कई नीतियों को मंजूरी दी जाएगी। इसमें लीज रेंट चुकाने पर 10 साल तक किराया जमा करने की छूट से लेकर अतिरिक्त एफएआर की अनुमति भी दी जा रही है। वहीं पर्यटन से जुड़े प्रोजेक्टों के लिए 90 साल की लीज पर जमीन मिलेगी। वहीं ब्रांडेड होटल को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। देश में पहली बार मध्यप्रदेश में 100 करोड़ या इससे अधिक कीमत की बड़ी लग्जरी होटलों के लिए सब्सिडी का प्रावधान किया जा रहा है, जिसमें होटल कमरों के किराए से प्राप्त टर्नओवर के मुताबिक 3 साल 20 से 30 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाएगी। इसकी अधिकतम सीमा 3 करोड़ रुपए होगी। होटल के साथ-साथ रिसोर्ट और हेरिटेज होटल को भी इसी तरह की सब्सिडी मिलेगी।
आयोजन स्थल ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के पीछे ही खुले मैदान में डोम बनाकर प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है, जो 17, 18 और 19 अक्टूबर के लिए रहेगी। इसमें स्थानीय और प्रदेश के साथ देश की बड़ी कम्पनियों के 60 स्टॉल रहेंगे। इसके साथ ही मध्यप्रदेश पैवेलियन भी रहेगा, जिसमें निगम, प्राधिकरण से लेकर टूरिज्म व अन्य सरकारी विभागों की प्रदर्शनी लगेगी और इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट को भी दिखाया जाएगा। इंदौर एयरपोर्ट पर आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए इस बार हेल्प डेस्क के अलावा एक लाउंज भी बनवाया जा रहा है। वहीं 17 अक्टूबर को प्रदर्शनी के उद्घाटन के दौरान ही स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क और पीथमपुर में उद्योगों के लिए जो 300 करोड़ रुपए की वाटर सप्लाय स्कीम अमल में लाई गई है उसका भी शुभारंभ करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ के इंदौर दौरे वैसे भी कम हुए हैं और इस बार मैग्निफिसेंट मध्यप्रदेश का मुख्य आयोजन भी एक दिन ही रखा गया है। 17 अक्टूबर को प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा और रात में होटल मेरिएट में डिनर का आयोजन भी किया गया है। लगभग डेढ़ दिन मुख्यमंत्री इंदौर में रहेंगे और 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री होटर मेरिएट में ही ठहरेंगे और मुख्य सचिव सहित अन्य आला अफसर भी इसी होटल में रुकेंगे। 18 के मुख्य आयोजन के बाद शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ डिनर ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के गार्डन एरिया में आयोजित किया गया है। उसके बाद मुख्यमंत्री संभवत: रात को ही भोपाल रवाना हो जाएंगे।