वेतन विसंगति के खिलाफ 14 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच कलमबंद हड़ताल
भोपाल
सत्ता में आने के बाद से ही सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है। आए दिन सरकारी कर्मचारी सरकार के खिलाफ लामबंद हो रहे है।हाल ही में पटवारियों, वकीलों, तहसीलदारों, नायाब तहसीलदारों और अतिथि विद्वानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था, सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किए।सरकार ने जैसे तैसे करके इन्हें शांत करवाया और अब महिला बाल विकास में कार्यकर्ता परियोजना अधिकारी-कर्मचारियों ने अपनी मांगो को लेकर कलमबंद हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है।
दरअसल, महिला बाल विकास में कार्यकर्ता परियोजना अधिकारियों ने वेतन विसंगति और दूसरी मांगो को लेकर सरकार के खिलाफ कलमबंद हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। यह हड़ताल 14 अक्टूबर से 16 अक्टूबर के बीच होगी। महिला बाल विकास में कार्यकर्ता परियोजना अधिकारियों-कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार से एक साल तक गुहार लगाने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हुई है।इसके चलते उन्हें कलमबंद करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
बता दे कि पहले से ही रिक्त पदों को भरे जाने को लेकर तहसीलदार और नायाब तहसीलदार हड़ताल पर है।हालांकि मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा उन्हें मांगे पूरी करने का भरोसा दिया गया है। वही अतिथि विद्वानों ने मंत्री के आश्वसन पर आंदोलन आठ दिनों के लिए स्थगित किया है। वही 15 अक्टूबर को किसान राजधानी भोपाल में बड़ा प्रदर्शन करने जा रहे है।ऐसे में झाबुआ उपचुनाव से पहले अधिकारियों-कर्मचारियों की ये नाराजगी सरकार को बड़ी भारी पड़ने वाली है।